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    गया–कोडरमा रेलखंड पर भूस्खलन, डाउन लाइन पर बिहार आने-जाने वाली कई ट्रेनें घंटों लेट

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 07:12 PM (IST)

    गया-कोडरमा रेलखंड पर नाथगंज और बसकटवा स्टेशनों के बीच भूस्खलन से डाउन लाइन पर परिचालन दो घंटे बाधित रहा। भारी बारिश के कारण पहाड़ से मिट्टी और मलबा ट्रैक पर आ गया। धनबाद रेल मंडल ने तत्काल ट्रेनों का परिचालन रोका जिससे वंदे भारत एक्सप्रेस और पुरुषोत्तम एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। रेलवे अधिकारियों ने मलबा हटाकर परिचालन बहाल किया। गुरपा-गझंडी घाटी में रेलवे ने अलर्ट जारी किया है।

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    गया–कोडरमा रेलखंड पर भूस्खलन की वजह से कई ट्रेनें लेट हुईं। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा)। गया–कोडरमा रेलखंड के नाथगंज और बसकटवा स्टेशनों के बीच मंगलवार दोपहर भूस्खलन से डाउन लाइन पर परिचालन करीब दो घंटे बाधित रहा। घटना दोपहर 2 बजे हुई, जब भारी वर्षा के बीच पहाड़ से मिट्टी और मलबा ट्रैक पर आ गिरा।

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    घटना की जानकारी अप लाइन से गुजर रही एक मालगाड़ी के चालक ने दी। सूचना मिलते ही धनबाद रेल मंडल कंट्रोल ने तत्काल डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया। इस दौरान गया–हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस और नई दिल्ली–पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस समेत आधा दर्जन ट्रेनें घंटों खड़ी रहीं।

    रेलवे के गझंडी सहायक मंडल अभियंता उपाकांत प्रजापति और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मलबा हटाने का कार्य शुरू कराया। करीब 4:10 बजे डाउन लाइन पर परिचालन बहाल किया गया।

    ट्रेनों का हाल

    • गया–हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस – 1 घंटा विलंब
    • नई दिल्ली–पुरी पुरूषोत्तम एक्सप्रेस – 3 घंटे
    • दानापुर–कोडरमा – 3 घंटे 15 मिनट
    • वैशाली–कोडरमा – 3 घंटे
    • आरा–रांची – 1 घंटा 30 मिनट

    डाउन लाइन की ट्रेनों को गया और आसपास के स्टेशनों पर रोका गया, जबकि अप लाइन पर परिचालन सामान्य रहा। कोडरमा जंक्शन पहुंचने वाली कई ट्रेनों को डेढ़ से दो घंटे की देरी से रवाना किया गया। यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

    गुरपा–गझंडी घाटी पर रेलवे अलर्ट

    गुरपा–गझंडी घाटी खंड में बार–बार भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए रेलवे ने अलर्ट जारी किया है। विभागीय अधिकारी जल्द ही स्थल का निरीक्षण करेंगे।

    यह 15 किलोमीटर लंबा घाटी सेक्शन संवेदनशील माना जाता है, जहां बरसात के दौरान अक्सर पहाड़ से मलबा पटरी पर गिरता है। पूर्व में भी कई बार परिचालन बाधित हो चुका है। रेलवे ने सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम करने की पहल शुरू कर दी है।