महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के तहत मुरहू में लगा लुगम चासी मेला
मुरहू प्रखंड में रेशम उद्योग को विकसित करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इससे सीधे तौर पर महिला किसानों को लाभ मिलेगा। ये बातें जिले के उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह ने कहीं। वे मंगलवार को मुरहू प्रखंड परिसर में महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के तहत तसर की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लुगम चासी मेले में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि मुरहू प्रखंड के किसानों को कुकून उत्पादन में विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

खूंटी : मुरहू प्रखंड में रेशम उद्योग को विकसित करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इससे सीधे तौर पर महिला किसानों को लाभ मिलेगा। ये बातें जिले के उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह ने कहीं। वे मंगलवार को मुरहू प्रखंड परिसर में महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के तहत तसर की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लुगम चासी मेले में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि मुरहू प्रखंड के किसानों को कुकून उत्पादन में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कोकून उत्पादन के बाद जिले में कपडे का निर्माण किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला किसानों को इसके लाभों से अवगत कराने की आवश्यकता है, ताकि आने वाले दिनों में महिला किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो पाएं। मेले में चार सौ से अधिक महिला एवं पुरुष किसान ने शामिल होकर तसर खेती पर जानकारियां हासिल की।
कार्यक्रम के दौरान तसर खेती के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच आजीविका रेशम मित्रों एवं पांच रिसोर्स पर्सन को प्रशस्ति पत्र, चेक व उपहार दिया गया। कार्यक्रम के दौरान मनरेगा में हो रहे काम के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से महिलाओं द्वारा नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया गया। मेले में जोहार परियोजना के अंतर्गत मछली पालन कर रही महिलाओं ने आकर्षक रूप से मछली को सबके सामने प्रदर्शित किया।
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पांच लाख 69 हजार कुकून का हुआ उत्पादन
वर्तमान में महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के माध्यम से मुरहू प्रखंड में 522 किसान जुड़े हैं। जो अर्जुन और आसन के पेड़ों पर दो अलग-अलग मौसम में तसर की खेती कर रहे हैं। यहां बुनियादी तसर की खेती और व्यावसायिक तसर की खेती की जाती है। मुरहू में इस वित्तीय वर्ष में पांच लाख 69 हजार कुकून का उत्पादन व्यावसायिक बीज के माध्यम से किया जा चुका है। प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में कुकून उत्पादन एवं तसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए 21 उत्पादक समूहों का भी गठन किया गया है। आने वाले वर्षों में किसानों की संख्या बढ़ा कर 11 सौ करने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें सौ किसान बुनियादी बीज के होंगे वहीं एक हजार किसान व्यावसायिक बीज के होंगे।

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