बजट को किसी ने सराहा तो किसी ने नकारा
झारखंड में मंगलवार को बजट पेश होने पर जिलावासियों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। किसी ने बजट को सराहा है तो किसी ने इसे कागजी खानापूर्ति बताया ...और पढ़ें

खूंटी : झारखंड में मंगलवार को बजट पेश होने पर जिलावासियों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। किसी ने बजट को सराहा है तो किसी ने इसे कागजी खानापूर्ति बताया है। सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों ने जहां बजट को जनकल्याणकारी करार दिया तो वहीं विपक्ष के नेताओं ने इस बजट को आम जनता के साथ धोखा बताया। पेश है आमजनों व राजनीतिक दलों के नेताओं की बजट पर प्रतिक्रिया :-
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राज्य की गठबंधन सरकार का यह बजट अत्यंत सराहनीय है। इस बजट में हर वर्ग के लोगों का ख्याल रखा गया है। अब एपीएल परिवारों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। वहीं बजट में 57 लाख परिवारों को अनुदानित दर पर खाद्यान्न के अतिरिक्त लुंगी, धोती एवं साड़ी देने का प्रावधान किया गया है, जो कि सराहनीय है।
-रामकृष्णा चौधरी, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
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इस बजट में गरीबों व बेरोजगारों का विशेष ख्याल रखा गया है। बेरोजगारी भत्ता मिलने से बेरोजगार युवकों के गलत मार्ग पर भटकाव का रास्ता बंद होगा। बेरोजगारी भत्ता से वे प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए आने वाले खर्च को वहन कर सकेंगे। साथ ही सौ यूनिट के बिजली बिल को माफ कर सरकार ने सराहनीय कार्य किया है।
-दिलीप मिश्रा, समाजसेवी
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यह बजट पूरी तरह से लोकलुभावन है। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के साथ धोखा है यह बजट। हेमंत सरकार बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में पहुंची है लेकिन बजट से यह साफ नहीं हो पा रहा है कि सरकार जनता से किए गए अपने वादों को कैसे पूरा करेगी। कुल मिलाकर यह बजट लोगों के साथ धोखा है।
-काशीनाथ महतो, भाजपा जिलाध्यक्ष
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हेंमत सरकार के इस बजट में आदिवासी बहुल क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉक्टर को 40 हजार रुपये व अन्य डॉक्टरों को 25 हजार रुपये देने की बात है तो बहुत अच्छी लेकिन उसके साथ अगर ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों का विस्तार करने की भी बात होती तो और भी अच्छा होता। स्वास्थ्य के क्षेत्र में देखा जाए तो यह बजट अच्छा है।
-डॉ. नागेश्वर मांझी, प्रभारी तोरपा रेफरल अस्पताल
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इस बजट में यह अच्छी खबर है कि मुफ्त तकनीकी शिक्षा के लिए फंड मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही जो सरकारी विद्यालयों को डिजिटल से जोड़ने की बात कही गयी है इससे स्कूली बच्चों की पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी। मिलाजुला कर देखा जाए तो झारखंड का बजट शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी पहल की है।
-रामधनी सिंह, शिक्षक, तोरपा
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यह बजट अन्य सरकारों के बजट की अपेक्षा बहुत अच्छा है। सरकार किसानों के लिए कर्ज माफी की योजना लेकर आयी है इससे किसानो के चेहरे पर खुशी आएगी। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों के लिए भी बजट में काफी कुछ है। खासकर प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों को 50 हजार रुपये अधिक देने की बात है। इससे गरीबों को घर बनाने में काफी सुविधा मिलेगी।
-प्रशांत कुमार राय, बैंक कर्मी, तोरपा
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यह बजट महिलाओं के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। गरीबों के लिए निश्शुल्क चिकित्सा व्यवस्था एक सराहनीय कदम है। शिक्षा के लिए सरकार के पास बजट तो बहुत है मगर अभी भी सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव है। सरकार योजना तो बहुत बनाती है मगर धरातल पर नहीं उतार पाती है।
-शहजबीन खातून, गृहिणी, तोरपा
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यह बजट जनता की आंखों में धूल झोकने वाला पूरी तरह से नाकारा बजट है। कहा गया था कि स्नातक व स्नाकोत्तर युवाओं को 7000 व 5000 रुपये बेरोजगारी भत्ता मिलेगा लेकिन बजट में तो केवल दो साल तक ही देने की बात हुई है अगर देखा जाए तो प्रतिदिन के हिसाब से 13 रुपये उन युवाओं को मिलेंगे। ऐसे में युवा क्या करेंगे।
-संतोष जायसवाल, भाजपा नेता, तोरपा

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