पशु शेड का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद ही सामग्री मद का होगा भुगतान
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) मनरेगा योजना से स्वीकृत पशु शेड का निर्माण कार्य पूर्ण होने के ब
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : मनरेगा योजना से स्वीकृत पशु शेड का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद ही सामग्री का भुगतान की प्रक्रिया आरंभ होगी। भौतिक रूप से जो पशु शेड पूर्णरूपेण निर्मित नहीं होगा उस योजना मद में सामग्री की राशि का किसी भी सूरत में भुगतान नहीं होगा । उक्त निर्देश बीडीओ प्रभाकर मिर्धा ने पत्र निर्गत कर संबंधित अधिकारियों को दिया है। बीडीओ ने पत्र के माध्यम से सहायक अभियंता, कनीय अभियंता ,पंचायत सचिव तथा रोजगार सेवक को से कहा है कि पूर्व की भांति योजना अपूर्ण रहते सामग्री मद में भुगतान किसी भी सूरत में नहीं करें । यदि सिर्फ नींव की खुदाई कर उस योजना में सामग्री मद का विपत्र एमआइएस हुआ तो संबंधित पंचायत के कर्मी पर कठोर कार्यवाही होगी ।
---पशु शेड की स्वीकृति करवाकर मनुष्य के लिए घर नहीं बनाएं : उन्होंने लिखा है की पशु शेड का झारखंड माडल जो है उसी के अनुरूप धरातल में भी काम दिखना चाहिए। पंचायतों में जो लाभुक को इस योजना की स्वीकृति हुई है वह अपने दिलो दिमाग से इस बात को हटा दें की पशु शेड का स्वीकृति करवा कर मनुष्य के रहने के लिए घर बना लेंगे । जिस भी पंचायत में माडल के साथ छेड़छाड़ दिखा तो संबंधित पंचायत के कर्मी को किसी भी सूरत पर बख्शा नहीं जाएगा। मनरेगा एक एक्ट है और एक्ट में जो व्यवस्था है उसी अनुरूप सरकार की राशि विकास मद में खर्च होगी। यदि योजना में मजदूर लगेंगे तो मजदूरों का डिमांड होगा। यदि योजना में मजदूर काम नहीं करने वाले हैं तो किसी भी सूरत पर योजना में डिमांड नहीं होगा । डिमांड के पूर्व संबंधित रोजगार सेवक इसकी पड़ताल कर लें ।
---कनीय अभियंता व रोजगार सेवक को भी चेताया गया : उन्होंने पत्र के माध्यम से निर्देश देते हुए कहा है कि मनरेगा में पक्का तथा कच्चा योजना के लिए जो सरकार की गाइडलाइन है उसी अनुसार से योजना स्वीकृत होगी । यह कभी नहीं समझें जितनी इच्छा होगी उतनी योजना ले ली जाएगी । उन्होंने रोजगार सेवकों को आगाह किया जो लक्ष्य दिया गया है उसी के अनुसार ही पशु शेड तथा बकरी शेड की स्वीकृति होगी । उन्होंने कहा योजना मद में जैसे ही सामग्री की राशि आएगी सबसे पहले कूप निर्माण के लिए सामग्री का भुगतान होगा। कूप निर्माण योजना से बचने के बाद ही दूसरे योजना में सामग्री मद का भुगतान होगा। कोई कनीय अभियंता और रोजगार सेवक तब तक सामग्री वाउचर में हस्ताक्षर नहीं करेंगे जब तक कूप निर्माण योजना का भुगतान पूर्ण ना हो जाए । यदि इस व्यवस्था के विरुद्ध किसी पंचायत में काम हुआ तो संबंधित कर्मी का नपना तय है ।
---नारायणपुर प्रखंड में बनना है पांच सौ पशु शेड : नारायणपुर प्रखंड के सभी 25 पंचायत में पांच सौ पशु शेड की स्वीकृति मनरेगा से हुई है । इस योजना में सात करोड़ 30 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे । एक पशु शेड निर्माण में एक लाख छियालीस हजार रुपये खर्च होंगे जबकि बकरी शेड निर्माण में प्रति शेड 81 हजार रुपए खर्च करना है। ।