देश की आजादी में आदिवासी समाज की अहम भूमिका
आदिवासी जनजाति को बढ़ावा देना ही उद्देश्य ...और पढ़ें

देश की आजादी में आदिवासी समाज की अहम भूमिका
संवाद सहयोगी, नारायणपुर (जामताडा़) : हुमाना पीपुल टू पीपुल इंडिया द्वारा संचालित तेजस्विनी परियोजना के झिलुवा क्लस्टर के तेजस्विनी क्लब बांसपहाड़ी, मोहनपुर, उदयपुर में विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान और उनकी संस्कृति व सम्मान को बचाने के लिए हर साल नौ अगस्त को अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत समेत विश्व के कई देशों में आदिवासी जाति के लोग रहते हैं। इनका रहन-सहन, खान-पान और रीति-रिवाज और पहनावा आदि बाकी अन्य लोगों से अलग होता है। दुनियाभर में आदिवासी आज भी काफी पिछड़े हुए हैं। समाज के मुख्यधारा से जोड़ने और आगे बढ़ाने के लिए देश-दुनिया में तमाम तरह के सरकारी और गैर-सरकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। भारत की बात करें तो देश की आजादी में आदिवासी समाज के लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आजादी की लड़ाई में बिरसा मुंडा ने झारखंड और छोटानागपुर क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाई थी। क्षेत्र समन्वयक पप्पू कुमार पोद्दार ने कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान और उनकी संस्कृति व सम्मान को बचाने के अलावा आदिवासी जनजाति को बढ़ावा देने व उनको प्रोत्साहित करने के लिए हर साल नौ अगस्त को अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया जाता है। इस दिन दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र और कई देशों की सरकारी संस्थानों के साथ-साथ आदिवासी समुदाय के लोग, आदिवासी संगठन सामूहिक समारोह का आयोजन करते हैं। इस अवसर पर बाबूलाल दास, तापस समद्दर,सुनीता हेम्ब्रम, अनिता सोरेन,अनिता हेम्ब्रम, लुखिमुनि किस्कू,सरिता मरांडी,चांदमुनी टुडू,सरिता बास्की,बेबी कुमारी, रेखा मंडल,रोशन आरा आदि उपस्थित थे।

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