BLO घर आए तो बांधकर रखें, SIR से बिहार में 80 सीटें गईं... झारखंड के 'बड़बोले' मंत्री ने कार्यकर्ता को भड़काया
SIR: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने एसआFआर को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने लोगों से बीएलओ को बांधकर रखने की अपील की और आरोप लगाया कि एसआइआर के कारण बिहार में महागठबंधन की हार हुई। इरफान अंसारी जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और कांग्रेस कोटे से झारखंड की हेमंत सोरन सरकार में मंत्री हैं। भाजपा ने मंत्री पर पलटवार करते हुए उन्हें विफल स्वास्थ्य मंत्री बताया और ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी।
जागरण संवाददाता, जामताड़ा। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने SIR को लेकर विवादास्पद बयान देते हुए लोगों से अपील की कि वे अपने घरों में मतदाता सूची सुधार के नाम पर पहुंचने वाले बीएलओ को बांधकर रखें। इसी कारण बिहार में महागठबंधन की बार और भाजपा गठबंधन की जीत हुई।
मंत्री ने आरोप लगाया कि एसआइआर (special intensive revision) के बहाने बिहार में 65 लाख लोगों का नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया, जिससे लगभग 80 विधानसभा सीटें महागठबंधन के हाथ से निकल गईं। मंत्री अंसारी ने कहा कि यही प्रयोग अब बंगाल और बाद में झारखंड में लागू करने की तैयारी की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सेवा के अधिकार सप्ताह के दौरान रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र जामताड़ा में आयोजित कार्यक्रम में इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि एसआईआर के जरिए आम नागरिकों को घुसपैठिया साबित कर मताधिकार छीनने की चाल चल रही है। बिहार में लाखों लोगों को वोट देने के अधिकार से वंचित कर दिया गया, उनकी नागरिकता पर सवाल खड़े किए गए और उन्हें विदेशी बता दिया गया।
कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड में बड़ी संख्या में लोग पहचान पत्र के बजाय पर्चा दिखाकर मतदान करते हैं, ऐसे में एसआईआर के तहत कागजातों की लंबी सूची मांगकर जनता को डराने और उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिकारी नाम पूछने या कागजात मांगने आए तो उन्हें घर में बैठाकर बाहर न जाने दें, वरना कल वे मतदाता सूची से नाम काट देंगे और हजारों लोग बिना वोट अधिकार के रह जाएंगे।
मंत्री ने कहा कि यह सिर्फ मुस्लिम समुदाय का मुद्दा नहीं है, बल्कि दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज सब पर खतरा है। यदि इस साजिश को रोका नहीं गया, तो झारखंड में भी लाखों लोग वोट देने के अधिकार से वंचित हो जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री फेल, ध्यान भटकाने की कोशिश
भारतीय जनता पार्टी के जामताड़ा जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि स्थानीय विधायक और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है-रविवार को नारायणपुर प्रखंड के बोरवा में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने डीसी की उपस्थिति में लोगों को बीएलओ के खिलाफ लोगों को भड़काया।
उन्होंने पलटवार करते हुए कहा-स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर एसआइआर के लिए कोई व्यक्ति आपके घर आए तो आप उसको बांध दें और मंत्री जब आएंगे उसके बाद उसको खोला जाएगा। सबसे बड़ी विडंबना यह है यह सारा बयान को डीसी की उपस्थिति में दिया गया है।
जिले में उपायुक्त ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी होते हैं, ऐसी स्थिति में जिन लोगों के ऊपर संविधान की रक्षा का दायित्व जनता ने और सरकार ने दिया है जब ऐसे लोग ही संवैधानिक व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह और जनता के बीच अविश्वास फैलाएंगे तो संवैधानिक व्यवस्थाओं का क्या होगा ?
सुमित शरण ने कहा इरफान अंसारी को अस्पतालों को ठीक करना चाहिए डाक्टर पर ध्यान देना चाहिए लोगों की मदद करनी चाहिए। ऐसा वह नहीं कर पा रहे हैं। वह स्वास्थ्य मंत्री के नाते फेल हो गए हैं। इन सब चीजों से ध्यान हटाने के लिए इसके उलट वह संवैधानिक व्यवस्थाओं के खिलाफ लोगों को भड़का रहे हैं।

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