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    शिबू सोरेन की प्रतिमा से बदलेगी चिरुडीह की तस्वीर, बनेगा पर्यटन केंद्र

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 03:44 PM (IST)

    जामताड़ा जिले के गांगुडीह-चिरुडीह गांव में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी और इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। स्पीकर रवींद्रनाथ महतो और मंत्री इरफान अंसारी ने श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया और चिरुडीह को पर्यटन स्थल का दर्जा देने की घोषणा की। मंत्री अंसारी ने बताया कि इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है जिससे क्षेत्र का विकास होगा।

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    गांगुडीह-चिरुडीह में लगेगी शिबू सोरेन की प्रतिमा। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, जामताड़ा। जामताड़ा जिले के गांगुडीह-चिरुडीह गांव में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की भव्य आदमकद प्रतिमा लगाई जाएगी। इस जगह को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

    बड़ा पार्क और खेल मैदान बनाया जाएगा। यहां शिबू सोरेन की याद आनेपवाली पीढ़ी को दिलाई जाएगी। यह बातें रविवार को गांगुडीह में स्पीकर रवींद्रनाथ महतो व स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने की।

    नेता द्वय यहां दिशोम गुरु शिबू सोरेन की याद में अयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे थे। यहां मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, कांग्रेस और झामुमो कार्यकर्ताओं तथा ग्रामीणों ने गुरुजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

    इस दौरान स्पीकर ने चिरुडीह नरसंहार कांड और गुरुजी की महाजनी और सूदखोरों के खिलाफ चलाए गए आंदोलन का याद किया। ने कहा कि गुरुजी के नाम से चिरुडीह में एक ऐतिहासिक पार्क का निर्माण भी कराया जाएगा। साथ ही चिरुडीह गांव को पर्यटन स्थल का दर्जा दिया जाएगा।

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    वहीं, मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि चिरुडीह को पर्यटन स्थल का दर्जा मिलने के बाद एक तरफ लोग दिशोम गुरु और उनके आंदोलन को जान पाएंगे।

    वहीं, दूसरी तरफ क्षेत्र का भी विकास होगा। यहां बड़े-बड़े होटल खुलेंगे। सैलानी गुरुजी के बारे में जानने के लिए यहां पहुंचेंगे तो होटलों में ठहरेंगे। मंत्री ने कहा कि इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है और शीघ्र ही इसे अमली जामा पहनाया जाएगा।

    वहीं, स्पीकर ने कहा कि गुरुजी गांव से लेकर संसद तक चर्चित थे। वह सबों में काफी लोकप्रिय थे। इस कारण उनके निधन पर प्रदेश ही नहीं पूरा देश रोया। सभी पार्टी के लोग उनके घर पहुंचे। वह नेमरा से निकलकर यहां महाजनों के विरुद्ध आंदोलन की नींव रखी थी। शोषण के खिलाफ आवाज उठाई। अंत में अलग झारखंड राज्य दिलाया।

    गांगुडीह बांका में आधारशिला सह भूमि पूजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता झामुमो प्रखंड अध्यक्ष हीरालाल सोरेन ने किया। मंच संचालन केंद्रीय समिति सदस्य आनंद टुडू ने किया।

    इस मौके पर नरसिंह मुर्मू, डीसी रवि आनंद, एसपी राजकुमार मेहता, जिला उपाध्यक्ष रविंद्र नाथ दुबे, प्रो. कैलाश प्रसाद साव, जिला उपाध्यक्ष इम्तियाज अंसारी, जिला सचिव परेश प्रसाद यादव, कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार मंडल, लालू अंसारी, मनोरथ मरांडी आदि थे।

    1975 में हुआ था चिरुडीह नरसंहार

    बता दें कि जामताड़ा के चिरुडीह गांव में 1975 को बड़ा नरसंहार हुआ था। चिरुडीह नरसंहार कांड में दिशोम गुरु शिबू सोरेन का नाम आया था। इस कांड में शिबू सोरेन मुख्य अभियुक्त थे। चिरुडीह कांड के बाद से शिबू सोरेन दिशोम गुरु जी के रूप में प्रसिद्ध हुए थे। आज दिशोम गुरु नहीं रहे, लेकिन चिरुडीह गांव के लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।