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    जामताड़ा में टूटकर गिरा ओवर हेड तार, 3:15 घंटे तक बंद रही ट्रेनों की आवाजाही; वंदे भारत को भी रोककर रखा गया

    Updated: Sun, 16 Feb 2025 08:21 PM (IST)

    Jharkhand News In Hindi जामताड़ा में ओवर हेड तार टूटने से रविवार को डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। इस दौरान पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्र ...और पढ़ें

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, जामताड़ा। आसनसोल रेल मंडल के कासीटांड़ हाल्ट पर रविवार की सुबह ओवर हेड तार टूटकर गिरने से डाउन लाइन पर ट्रेनाें का परिचालन बाधित हो गया।

    इस दौरान पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन विद्यासागर स्टेशन पर रूकी रही। जबकि कई ट्रेनों का अन्य स्टेशनों पर रोककर रखा गया।

    ट्रेन गुजरी तो उठी चिंगारी

    रेलवे के अधिकारियों के अनुसार तार टूटकर गिरने की घटना सुबह 10:25 बजे आसनसोल-गोंडा एक्सप्रेस गुजरने के दौरान हुई।

    ट्रेन गुजरने के साथ ही तेज चिंगारी उठने के साथ धमका हुआ और ओवर हेड तार टूटकर वहीं लटक गया। इस दौरान 3:15 घंटे डाउन लाइन पर ट्रेन परिचालन बाधित रहा।

    ओवर हेड तार टूटकर गिरने की घटना के बाद आसनसोल रेल मंडल की ओवर हेड इकविपमेंट टीम की दो गाड़ियां टीम के साथ मौके पर पहुंची।

    तीन घंटे तक मची रही अफरा-तफरी

    • तकरीबन तीन घंटे की मशक्कत के बाद ओवर हेड तार को जोड़ने का काम पूरा किया जा सका। इस दौरान अप लाइन पर भी 10 मिनट के लिए रेलवे ने एहतियातन परिचालन को रोक दिया।
    • विद्यासागर रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक एके घांटी ने बताया कि दोपहर 1:40 से डाउन लाइन पर परिचालन शुरू कर दिया गया।

    गहरी नदी पुल में रेलिंग लगाने की मांग

    कान्हाचट्टी (चतरा) प्रखंड के कान्हाचट्टी से पीतीजी जाने वाली मुख्य सड़क स्थित गहरी नदी पर बना पुल में एक साइड की रेलिंग क्षतिग्रस्त रहने के कारण किसी भी क्षण बड़ी घटना घट सकती है।

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    रेलिंग के दोनों ओर गहरी नदी है। सबसे बड़ी बात यह है कि रोड से तीन से चार फुट डाउन में पुल का निर्माण किया गया है।

    इसके कारण अगर जरा भी संतुलन बिगड़ा तो कोई भी वाहन सीधा नदी में गिर सकता है। बड़ा हादसा हो सकता है। दोनों तरफ से तीखा मोड है और कोई संकेत भी नहीं दिया हुआ है। और न ही स्थानीय ब्रेकर दिया हुआ है।

    खासकर अंधेरे में छोटे-बड़े वाहन पास करने में काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। सबसे अधिक खतरा दो पहिया वाहन वालों का है।

    सड़क से प्रतिदिन छोटे-बड़े वाहन गुजरते रहते हैं और वाहनों से चलने वाले लोगों को हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

    जनप्रतिनिधियों से लेकर विभाग के अधिकारी पुल की टूटी रेलिंग को नजरअंदाज कर रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने रेलिंग दुरुस्त करवाने की मांग की है।

    रेल हादसे के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार : कांग्रेस

    उधर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के चेयरमैन सतीश पाल मुंजनी ने नई दिल्ली में रेल हादसे के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है और रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग की है।

    सतीश ने एक बयान जारी कर कहा है कि 15 फरवरी को हर घंटे नई दिल्ली स्टेशन पर 1500 जनरल टिकट बिक रहे थे तो रेलवे को पहले से ही भली भांति पता था कि भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना होगा।

    फिर भी भीड़ नियंत्रण के लिए को योजना नहीं बनाई गई। अलग से पुलिस को तैनात नहीं किया गया। घटना होने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौत के आंकड़े छिपाने में व्यस्त थे। इन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।

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