Jharkhand: साइबर अपराधियों का ठगी कर पुलिस से बच निकलने की नई तरकीब, जानें क्या है इसका मध्य प्रदेश कनेक्शन
जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े छह साइबर अपराधियों ने ठगी के पैसों को खपाने के लिए नया हथकंडा अपना रखा था। पुलिस की पूछताछ के दौरान इन अपराधियों जो खुलासे किए वह चौंकाने वाले हैं।
जागरण संवाददाता, जामताड़ा: जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े छह साइबर अपराधियों ने ठगी के पैसों को खपाने के लिए नया हथकंडा अपना रखा था। पुलिस की पूछताछ के दौरान इन अपराधियों जो खुलासे किए हैं वे चौंकाने वाले हैं।
इन अपराधियों के तार मध्य प्रदेश से जुड़े हुए हैं। मध्य प्रदेश में बैठा बिचौलिया बिजली विभाग से सैंकड़ों कंज्यूमर के कंज्यूमर नंबर लेकर इन अपराधियों को मुहैया करवाता था। जामताड़ा में बैठे ये अपराधी अपने ठगी के पैसों से इन कंज्यूमर नंबर के आधार पर भुगतान कर देते थे और बिचौलिया इन्हें अपना कमीशन काटकर कैश में भुगतान करता था।
करमांटांड़ और नारायणपुर के गांवों से छह ठग गिरफ्तार
इस तरीके से इन अपराधियों को ना तो अपने ठगी के पैसों की निकासी के लिए कभी एटीएम जाना पड़ता था और ना ही आसानी से पकड़े जाने की संभावना ही रहती थी। पुलिस टीम ने सोमवार देर शाम तक छापेमारी के दौरान करमाटांड़ व नारायणपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों से इन्हें गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी एसडीपीओ आनंद ज्योति मिंज ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी।
पुलिस के हत्थे चढ़े ये आरोपित नारायणपुर थाना क्षेत्र के मोचियाडीह गांव का मसूद अंसारी, मुस्तकिम अंसारी, रहमान अंसारी और शहबाज अंसारी है। जबकि, करमाटांड़ थाना क्षेत्र से टीम ने शाकिर और अहमद अंसारी को गिरफ्तार किया है।
इस दौरान दो अन्य आरोपित सफाउल व मुतर्जा अनवर पुलिस को चकमा देकर भागा निकला। पुलिस दोनों आरोपितों की तलाश में जुटी है। मिंज ने बताया कि आरोपितों के पास से 11 मोबाइल और 14 सिम कार्ड बरामद हुए हैं। आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर इन्हें जेल भेज दिया गया है।
मसूद के खिलाफ पहले से भी दर्ज है साइबर ठगी के मामले में केस
मुचियाडीह के रहने वाले मसूद अंसारी के खिलाफ पहले से ही जामताड़ा साइबर थाने में केस दर्ज है। छह दिसंबर 2021 को उसके खिलाफ साइबर ठगी के मामले में केस दर्ज किया गया था। ये आरोपित फोन पे समेत अन्य आनलाइन पोर्टल पर अपना नंबर बतौर कस्टमर केयर दर्ज कर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे थे।
साथ ही कई राज्य के लोगों को बकाया बिजली भुगतान के नाम पर भी अपनी ठगी के जाल में फांसते और उनसे ठगी करते थे। पुलिस आरोपितों से मिले साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी है।