मरने के 27 साल बाद भी जिंदा होकर बेची 4.5 करोड़ की जमीन! जामताड़ा में मृतक के फर्जी हस्ताक्षर से धांधली
जामताड़ा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक मृत व्यक्ति को 27 साल बाद जिंदा दिखाकर उसकी 4.5 करोड़ रुपये की जमीन बेच दी गई। धोखाधड़ी ...और पढ़ें

मृतक के फर्जी हस्ताक्षर से धांधली
संवाद सहयोगी, मिहिजाम (जामताड़ा)। जामताड़ा के सालानपुर ब्लाक में जमीन जालसाजी का ऐसा मामला उजागर हुआ है, जिसे सुनकर लोग हैरान हैं। यहां मौत के बाद भी एक व्यक्ति के हस्ताक्षर (फर्जी) से करोड़ों की जमीन बेचे जाने का मामला सामने आया है।
बताया जाता है कि हरीबल्लभ भादुड़ी की 1984 में मौत हो गई थी, लेकिन फर्जीवाड़ा कर उनके हस्ताक्षर से 2011 में 46 बीघा जमीन (15.28 एकड़) बेची गई है। इस जमीन का आज की तारीख में बाजार भाव साढ़े चार करोड़ रुपये है, जबकि कागजों में सौदा मात्र 13.80 लाख रुपये में ही निपटा दिया गया।
छह लोगों को बेची गई जमीन
जमीन बाद में दो हिस्सों में बांटकर छह लोगों को फिर बेच दी गई। जब उज्ज्वल सेन, तपन सेन, शेख इस्तहार, सिंटू मंडल, दिनेश मंडल और विकास दत्त ने कब्ज़ा लेने की कोशिश की, तब सच्चाई से परदा हटा, क्योंकि जमीन पहले से ही किसी और के नाम पर दर्ज है।
ऐसे में सवाल उठते हैं कि रजिस्ट्री के वक्त हस्ताक्षर किसने मिलाए। मृत व्यक्ति की पहचान किसने सत्यापित की। यह पूरा मामला हरीश शर्मा नामक एक पीड़ित की शिकायत के बाद सामने आया। जमीन के वैध उत्तराधिकारी गार्गी भादुड़ी का दावा है कि जमीन कभी बेची ही नहीं गई।
प्रशासन और माफिया गठजोड़ की आशंका
लगान जमा करने पहुंचने पर ही पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया। बीएलएलआरओ दफ्तर सफाई देता है कि शिकायत आई ही नहीं। पूरे मामले में प्रशासन और माफिया गठजोड़ की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

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