मिट्टी की उर्वरा शक्ति की पहचान जांच से संभव
संवाद सहयोगी जामताड़ा शनिवार को विश्व मृदा दिवस पर एसबीआई आरसेटी व कृषि विभाग की सं
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : शनिवार को विश्व मृदा दिवस पर एसबीआई आरसेटी व कृषि विभाग की संयुक्त पहल पर जिला कृषि सभागार में किसान कार्यशाला की गई। कार्यशाला में किसानों को मिट्टी जांच की महत्ता व जैव विविधता की रक्षा के बारे में जानकारी दी गई।
जिला कृषि पदाधिकारी सबन गुड़िया ने किसानों से कहा की फसल की बेहतर उपज के लिए मिट्टी जांच करवाना अत्यंत आवश्यक है। मिट्टी जांच के उपरांत किसान को यह मालूम होता है कि खेत की मिट्टी में किस उर्वरा शक्ति का अभाव है। ताकि उसे पूरा की जा सके। ऐसे में कम खर्च में अधिक उपज होती है। कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख संजीव कुमार ने किसानों से कहा कृषि विज्ञान केंद्र व जिला कृषि कार्यालय में पूर्ण मिट्टी जांच की सुविधा उपलब्ध है। मौके पर किसानों को जागरूक किया गया कि वे निशुल्क मिट्टी जांच का लाभ लें। कार्यशाला के माध्यम से मिली जानकारी को गांव के हर किसानों तक पहुंचाएं। उसे लाभ लेने को प्रेरित करें। कार्यशाला में किसानों के बीच उनके खेत की मिट्टी जांच से संबंधित प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
आरसेटी निदेशक बबलू मरांडी ने आरसेटी के तहत किसान हित में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। कहा किसानों को कृषि उत्पादन की बेहतर तकनीक, उत्पादित फसल को उपयुक्त बाजार उपलब्ध कराने, बैंक से लेनदेन सुचारू करने समेत अन्य प्रकार का प्रशिक्षण आरसेटी के माध्यम से किसानों को दिया जाता है। मिट्टी की उर्वरा शक्ति की पहचान मिट्टी जांच से ही संभव है। मृदा की उर्वरता बढ़ाने के लिए जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए और आरसेटी में जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण उपलब्ध है।