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    झारखंड सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी अस्पतालों में अब ट्रांसजेंडरों के लिए अलग से ओपीडी सेवा

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 05:30 PM (IST)

    झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने राज्य में ट्रांसजेंडरों के लिए अलग से ओपीडी सेवा शुरू करने का फैसला किया है। सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में यह सुविधा उपलब्ध होगी, जहाँ उन्हें बिना भेदभाव के सम्मानपूर्वक इलाज मिलेगा। ।

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    इरफान अंसारी ने लिया बड़ा फैसला।(जागरण)

    जागरण संवाददाता, जामताड़ा। झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने प्रदेश में ट्रांसजेंडराें के लिए अलग से ओपीडी सुविधा की शुरूआत करने का फैसला किया है।

    मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में ट्रांसजेंडरों के लिए विशेष ओपीडी सेवाएं शुरू की जा रही हैं।

    जहां उन्हें बिना किसी भेदभाव के सम्मानजनक ढंग से जांच, परामर्श और इलाज मिल सकेगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा सम्मान स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था लागू की जा रही है जिसके तहत ट्रांसजेंडर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विशेष चिकित्सा सेवाएं और मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

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    इरफान अंसारी ने कहा कि सभी अस्पतालों के डॉक्टर, नर्स और स्टाफ को ट्रांसजेंडरों के प्रति संवेदनशीलता और पेशेवर व्यवहार के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि उनकी गरिमा और अधिकार सुरक्षित रहें।

    सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि यह पूरी व्यवस्था शीघ्रतम प्रभाव से लागू की जाए। ताकि ट्रांसजेंडरों को तुरंत राहत, सम्मान और समर्पित चिकित्सा सेवा मिल सके।

    झारखंड की तकरीबन 14 हजार ट्रांसजेंडर आबादी को मिलेगा लाभ

    सरकारी आंकड़ों के अनुसार पूरे सन 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड में ट्रांसजेंडरों की आबादी 13,463 थी। जबकि वर्तमान में यह आबादी बढ़कर लगभग 14,000 के करीब पहुंच गई है।

    झारखंड के दो जिलों जमशेदपुर और रांची में सबसे ज्यादा ट्रांसजेंडर आबादी है। इस वर्ग के लोगों के लिए सरकार कई कल्याणकारी योजनाएं चलाती हैं। ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड भी इसमें सहयोग करता है। लेकिन स्वास्थ्य जांच और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं लिए पहली बार यह पहल शुरू की गई है।

    अब अलग से ओपीडी की व्यवस्था होने से प्रदेशभर में रहने वाले तकरीबन 14 हजार ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।