स्कूलों के आगे उर्दू शब्द जोड़ने व शुक्रवार को जबरन अवकाश करवाने वालों पर कार्रवाई की मांग
स्कूलों के आगे उर्दू शब्द जोड़ने और शुक्रवार को जबरन अवकाश करवाने वालों पर एबीवीपी ने की कार्रवाई की मांग

स्कूलों के आगे उर्दू शब्द जोड़ने व शुक्रवार को जबरन अवकाश करवाने वालों पर कार्रवाई की मांग
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : एक विशेष समुदाय के द्वारा विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति पर दबाव बनाकर रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश तय किए जाने और विद्यालय के नाम के आगे उर्दू लिखवाने के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जामताड़ा जिला के जिला संयोजक आकाश साहू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी जामताड़ा को एक मांग पत्र सौंपा। आकाश ने कहा कि जामताड़ा जिला में कई उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में आए दिन जिला के विभिन्न इलाकों के विद्यालयों में मजहब के नाम पर एक विशेष समुदाय के द्वारा अपनी मन मर्जी से नमाज पढ़ने के लिए नियमों को बदल दिया जाता है। प्रत्येक शुक्रवार को स्कूल बंद कर दिया जाता है। जोकि भारतीय संविधान के नियम के विरुद्ध है। एक ओर कहा जाता है कि देश में एक निशान, एक विधान, एक प्रधान और देश संविधान से चलेगा, लेकिन जामताड़ा में तो कोई नियम कानून ही नहीं है। यहां पर संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
आकाश ने कहा कि उर्दू विद्यालयों को छोड़ ऐसे प्रत्येक विद्यालयों में से उर्दू शब्द हटवाए जाने चाहिए। शुक्रवार को जो अवकाश तय किया गया है उसको हटाकर रविवार को दोबारा तय किया जाना चाहिए। साथ ही सभी विद्यालयों में एक जैसी प्रार्थना लागू करवाने एवं इस तरह के असंवैधानिक कार्यों में संलिप्त दोषी, चाहे वह कोई व्यक्ति हो, पदाधिकारी, विधायक, मंत्री चाहे कोई भी हों, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा तय होनी चाहिए। अन्यथा एबीवीपी के कार्यकर्ता जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी सारी जवाबदेही जिला शिक्षा पदाधिकारी की होगी। मौके पर नगर सह मंत्री राज सोनकर, सौरभ झा, कालेज अध्यक्ष प्रकाश यादव, रंजीत मंडल, अभय कुमार, राकेश दत्ता व अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
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