Cyber Crime: तीन करोड़पति ठगों समेत 11 साइबर अपराधी गिरफ्तार, ठगी के पैसों से जी रहे थे लग्जरी लाइफ
जामताड़ा पुलिस ने करमाटांड़ थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में शुक्रवार देर शाम तक चली छापेमारी के दौरान 11 शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन ठगों की संपत्ति अलग-अलग तीन से चार करोड़ के बीच आंकी जा रही है। पुलिस टीम थाना क्षेत्र के बरमुंडी गांव से छापेमारी के दौरान आबिद अंसारी तैयब अंसारी नजरूल अंसारी सद्दाम अंसारी और बिलाल अंसारी को दबोचा है।

जागरण संवाददाता, जामताड़ा। झारखंड में जामताड़ा पुलिस ने करमाटांड़ थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में शुक्रवार देर शाम तक चली छापेमारी के दौरान 11 शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है।
इनमें तीन ठगों की संपत्ति अलग-अलग तीन से चार करोड़ के बीच आंकी जा रही है। पुलिस टीम थाना क्षेत्र के बरमुंडी गांव से छापेमारी के दौरान आबिद अंसारी, तैयब अंसारी नजरूल अंसारी, सद्दाम अंसारी और बिलाल अंसारी को दबोचा है।
इसके अलावा सियाटांड़ में छापेमारी के दौरान प्रद्मुन मंडल, भीम मंडल, राजू मंडल, हुबलाल मंडल उर्फ राकेश मंडल, रमेश मंडल और रितलाल मंडल को गिरफ्तार किया है।
कार और बाइक सहित कई महंगे मोबाइल जब्त
इन आरोपितों के पास से एक महिंद्रा एसयूवी कार, एक बाइक, 22 महंगे मोबाइल, 26 फर्जी आईडी लिए सिम कार्ड व अन्य कागजाद बरामद हुए हैं।

जामताड़ा एसपी मनोज स्वर्यियारी ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि आरोपित इतने शातिर हैं कि समय-समय पर ये अपनी अपराध शैली बदलते रहते थे।
ये लोग कभी बकाया बिजली बिल भुगतान तो कभी क्रेडिट पेमेंट व नए क्रेडिट बनवाने के नाम पर लोगों को अपने झांसे में लेते थे और इन्हें अपनी ठगी का शिकार बना लेते थे।
संपत्ति का मूल्यांकन कर ED करेगी कार्रवाई
एसपी ने बताया कि इनमें से तीन आरोपित साइबर ठगी के जरिए करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर चुके हैं और इनकी संपत्ति का मूल्यांकन कर ईडी को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
ट्रेनी IPS राकेश सिंह, साइबर थाना प्रभारी मनोज कुमार, नारायणपुर सर्किल इंस्पेक्टर संजय कुमार और करमाटांड़ इंस्पेक्टर नागेश्वर साव के साथ छापेमारी को पहुंची पुलिस टीम ने प्रद्मुन मंडल को पांच अन्य शातिरों के साथ उसकी कार में ठगी करते ही दबोचा लिया।
आरोपी ठगी के लिए अपनी कार का इस्तेमाल करते थे और मोबाइल सर्विलांस के जरिए आसानी से पकड़ में ना आएं इसलिए लगातार ठिकाना बदलते रहते थे।
ठगी के पैसों से जी रहे थे लग्जरी लाइफ
अभी तक की पुलिस जांच में प्रद्मुन मंडल ने कबूला है कि वह काफी समय से साइबर ठगी के धंधे से जुड़ा हुआ था। इससे पहले भी तीन बार वह ठगी के मामले में जेल की हवा खा चुका है। उसने साइबर ठगी के जरिए अबतक तीन से चार करोड़ की संपत्ति अर्जित कर ली है।
गांव में लाखों की बिल्डिंग के साथ जामताड़ा समेत अन्य ठिकानों पर भी उसने लाखों की ईमारत खड़ी कर रखी है। घर में लाखों के लग्जरी फर्नीचर, कार, बाइक समेत कई संपत्तियों का मालिक वह साइबर ठगी के ही पैसों से बना है।
इतना ही उसने अपने हर कमरों एसी, पेपर फाम के हजारों रुपये के गद्दे, फाइव फ्लोर इनवर्टर समेत अन्य सामान भी ठग के पैसों से ही बनाए हैं।
मेहमानों को पिलाई थी 4 लाख की शराब
विश्वस्त पुलिस सूत्रों के अनुसार 22 साल की उम्र में प्रद्मुन ने साइबर ठगी के जरिए इतने पैसे अर्जित कर लिए कि उसने पिछले महीने अपनी शादी में तकरीबन 20 लाख से भी ज्यादा पैसे फूंक दिए।
इतना ही लाखों के पंडाल और नाच-गाने के साथ मेहमानवाजी के लिए बरातियों के साथ अपने मेहमानों को तकरीबन चार लाख रुपये से ज्यादा शराब पिलाने पर ही खर्च कर डाले।
इसके साथ सियाटांड़ के ही भीम मंडल ने भी साइबर ठगी के जरिए करोड़ों की संपत्ति बनाई है और वह भी साइबर ठगी के मामले में दो बार जेल की सजा भुगत चुका है।

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