Jamtara News: साइबर ठगी के पैसे बांट रहे थे अपराधी, 25.20 लाख नगदी और लग्जरी कार के साथ दो धराए
जामताड़ा साइबर पुलिस ने दो साइबर अपराधियों प्रदीप कुमार मंडल और रघुवीर मंडल को ठगी की रकम बांटते हुए गिरफ्तार किया है। उनके पास से 25.20 लाख रुपये नकद, 22 लाख रुपये की हुंडई कार, लैपटॉप, मोबाइल और सिम कार्ड सहित कई चीजें बरामद हुई हैं।
पुलिस ने कार के साथ दो अपराधियों को पकड़ा। (जागरण)
जागरण संवाददाता, जामताड़ा। जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस को अबतक की सबसे बड़ी ठगी की रकम रिकवरी करने में सफलता मिली है।
बुधवार की सुबह जामताड़ा शहर के गायछंद मोहल्ले में परेश मंडल के घर पर छापेमारी के दौरान दो साइबर अपराधी हाथ लगे। ये शातिर यहां ठगी की रकम को बांटने की फिराक में इकट्ठे हुए थे।
छापेमारी के दौरान आरोपितों के पास से 25 लाख 20 हजार रुपये कैश बरामद हुए हैं जबकि, इनके पास से एक हुंडई कंपनी की तकरीबन 22 लाख रुपये की कार, एक लैपटाप, 10 मोबाइल, 20 सिम कार्ड, पांच एटीएम कार्ड और एक चेकबुक भी बरामद हुए हैं।
पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपित प्रदीप कुमार मंडल करमाटांड़ थाना क्षेत्र के ताराबहाल का रहने वाला है। जबकि दूसरा अपराधी रघुवीर मंडल करमाटांड़ थाना क्षेत्र के कासीटांड़ का रहने वाला है।
रघुवीर के पिता वर्तमान में जामताड़ा के गायछंद मोहल्ले में घर बनाकर रह रहे हैं और इसी घर से साइबर ठगी का धंधा संचालित हो रहा था।
इस बात की जानकारी बुधवार देर शाम प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जामताड़ा एसपी राजकुमार मेहता ने दी। एसपी ने बताया कि विभागीय गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने थाना प्रभारी मनोज कुमार महतो की अगुवाई छापेमारी कर आरोपितों को रंगेहाथों दबोचा है।
आरोपितों के पास से एक लैपटाप, 10 मोबाइल, 20 सिम कार्ड, पांच एटीएम कार्ड व एक चेकबुक बरामद भी बरामद हुआ है। सभी आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।
देशभर के कई साइबर ठगों से कनेक्शन
एसपी ने बताया कि इन शातिरों का कनेक्शन देशभर के कई राज्यों के साइबर ठगों से होने के साक्ष्य मिले हैं। ये शातिर साइबर ठगों के पैसे कई खातों में मंगवाते थे।
इसके लिए इन्होंने कई पे-आईडी का इस्तेमाल किया और इसके जरिए पैसों का लेनदेन व बंटवारा किया। पुलिस इनके लेनदेन के लिए इस्तेमाल हुए फर्जी खातों की भी जांच में जुटी है।
बैंकों के खाता धारकों को कई तरह की APK फाइल भेजकर लेते थे झांसे में
अपराधियों के मोबाइल डिटेल्स से मिले साक्ष्य में इस बात की पुष्टि हुई है कि ये शातिर विभिन्न बैंकों के खाता धारकों को अलग-अलग एपीके भेजते थे। जिसके जरिए ये उपभोक्ताओं को अपना केवाईसी अपडेट करने को कहते थे और जो भी इनके झांसे में आ जाता था, उन्हें ठगी का शिकार बना लेते थे।
प्रदीप मंडल है पुराना शातिर साइबर अपराधी
पुलिस के हत्थे चढ़ा प्रदीप कुमार मंडल के खिलाफ साइबर ठगी के मामले में पहले से ही मामला दर्ज है। उसके खिलाफ 16 अप्रैल 2021 में केस दर्ज हुआ था। जबकि प्रदीप के ही खिलाफ 22 सितंबर 2022 को भी साइबर ठगी के मामले में केस दर्ज हो चुका है। इन शातिरों के निशाने पर इन दिनों पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के लोग थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।