'बदल रही झारखंड की डेमोग्राफी', चंपई सोरेन बोले- मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं, बहू-बेटियों को इज्जत चाहिए
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने नाला में विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में कहा कि झारखंड की डेमोग्राफी बदल रही है। बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण आदिवासियों की बहू-बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। उन्होंने आदिवासियों को एकजुट होकर आंदोलन करने संस्कृति और हक की रक्षा करने का आह्वान किया। उन्होंने घुसपैठ और धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।

संवाद सहयोगी, नाला (जामताड़ा)। झारखंड की डेमोग्राफी बदलती जा रही हैं। लगातार हो रही बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण आदिवासियों की बहु बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। इसे बचाने तथा आदिवासी की संस्कृति को बचाने तथा नया झारखंड का निर्माण के लिए आदिवासियों को एक जुट होकर आंदोलन करने की जरूरत है।
यह बातें शनिवार नाला के नतुनडीह मैदान में आदिवासी सांवता सुसार अखाड़ा के तत्वावधान में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने कहीं।
वर्तमान राजनीति पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते अपने संथाली भाषा में आदिवासी को जागरूक होने की प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि आदिवासियों के बहू-बेटियों पर अंगुली उठाने वाले को आंखें फोड़ देना है। आदिवासी संस्कृति को बचाने को लेकर संथाल समाज को जागरूक होना होगा।
संथाल परगना कास्तकारी तथा छोटानागपुर कास्तकारी अधिनियम का बचाव करना समाज के लिए काफी हितकारी है, लेकिन यह अधिनियम खत्म होते जा रहा है।
संथाल परगना में मांझी परगना सिस्टम खत्म होते जा रहे हैं। मांझी परगना तथा रुढ़िवादी प्रथा को लागू करने करने को लेकर आंदोलन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें मंईयां योजना की लाभ नहीं चाहिए बल्कि हमारे बहू-बेटियों की इज्जत के साथ-साथ आदिवासी का हक चाहिए।
घुसपैठी उठा रहे योजना का लाभ
संताल परगना में लगातार हो रही घुसपैठियों के कारण आदिवासियों की संख्या घटती जा रही है। साथ ही घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। घुसपैठी भी धर्मांतरण कर मंईयां सम्मान योजना का लाभ उठा रहे हैं।
भोगनाडीह में हूल दिवस पर सिदो कान्हू के वंशजों पर हुई लाठीचार्ज पर काफी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में भोगनाडीह में लाखों की संख्या के साथ पहुंचेंगे। बिहार, झारखंड, ओडिशा आदि राज्यों से लाखों की भीड़ में पहुंचकर आंदोलन करने की बिगल फूंका जाएगा।
करीब चार बजकर बीस मिनट में नाला मैदान में बस रुट से पंहुचे। हेलीकॉप्टर को नहीं आने देने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे साथ मौसम के नाम पर गुमराह किया गया।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष राधा रानी सोरेन,सुकमुनी हेब्रम, फतेहपुर प्रखंड के पूर्व प्रमुख किरण बेसरा, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा सोरेन, दिलीप हेंम्ब्रम, किशन मुर्मू, रंजीत मरांडी, नंदलाल मरांडी, आदि थे।
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