Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरु नानक जयंती पर मिहिजाम गुरुद्वारा में प्रकाश मना उत्सव

    संवाद सूत्र मिहिजाम (जामताड़ा) सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 551 वीं जयंती सोमवार क

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 30 Nov 2020 04:51 PM (IST)
    Hero Image
    गुरु नानक जयंती पर मिहिजाम गुरुद्वारा में प्रकाश मना उत्सव

    संवाद सूत्र, मिहिजाम (जामताड़ा) : सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 551 वीं जयंती सोमवार को मिहिजाम स्थित गुरुद्वारा में प्रकाश उत्सव के रूप में धूमधाम के साथ मनाई गई। हालांकि कोरोना काल होने व सरकार की ओर से निर्धारित नियमों को ध्यान में रख जयंती मनाई गई। गुरु नानक देव की जयंती के दिन को गुरु पर्व या प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शनिवार से गुरुद्वारा में जारी त्रिलोचन सिंह की ओर से अखंड पाठ का समापन किया गया। सोमवार सुबह से ही गुरुद्वारा में शबद-कीर्तन का आयोजन किया जा रहा था। इस मौके पर भाई अमृक सिह, दिलप्रित सिंह, करणजीत सिंह, जगजीत सिंह सहित बच्चे ने शबद-कीर्तन कर श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध किया। मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से दर्जन भर लोगों को सिरोपा प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके उपरांत श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा में लंगर चखा। इस अवसर पर नगर पर्षद अध्यक्ष कमल गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष जय श्रीदेवी, गुरुद्वारा प्रबंधन समिति अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह छावड़ा सहित समिति के सदस्य व चित्तरंजन, मिहिजाम के श्रद्धालु मौजूद थे।

    गौरतलब हो कि सिख धर्म के पहले गुरु नानक देवजी की जयंती हर साल कार्तिक पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। गुरु नानकजी की जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है। नानक देवजी ने कुरीतियों और बुराइयों को दूर कर लोगों के जीवन में नया प्रकाश भरने का कार्य किया। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए अपने पारिवारिक जीवन और सुख का ध्यान न करते हुए दूर-दूर तक यात्राएं की और लोगों के मन में बस चुकी कुरीतियों को दूर करने की दिशा में काम किया।