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Yoga Benefits : ताड़ासन से बढ़ती लंबाई, मानसिक शांति के लिए भी जरूरी, आप भी जानिए

Yoga Benefits ताड़ासन योग का नाम दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है। ‘ताड़’ जिसका मतलब है ‘पर्वत’ और ‘आसन ’का अर्थ है ‘मुद्रा’ यानि की इस आसन का अर्थ है पर्वत की मुद्रा में होना। इस आसन में आपको जमीन पर स्थिर होना होता है ।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 04:17 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 04:17 PM (IST)
Yoga Benefits : ताड़ासन से बढ़ती लंबाई, मानसिक शांति के लिए भी जरूरी, आप भी जानिए
ताड़ासन योग करने से ढेरों लाभ मिलते हैं।

जमशेदपुर, जासं। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। जमशेदपुर में लॉकडाउन होने के कारण लगातार दूसरे साल योग दिवस पर सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे। हम आपको शहर के जाने-माने योग एक्सपर्ट से योगासन से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देंगे।

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सोनारी की रहने वाली योग विशेषज्ञ पूनम वर्मा आपको ताड़ासन के बारे में बताएंगी। ताड़ासन योग का नाम दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है। ‘ताड़’ जिसका मतलब है ‘पर्वत’ और ‘आसन ’का अर्थ है ‘मुद्रा’, यानि की इस आसन का अर्थ है पर्वत की मुद्रा में होना। इस आसन में आपको जमीन पर स्थिर होना होता है और धरती से जुड़ना होता ताकि शरीर में ऊर्जा का प्रवाह हो सकते हैं। ताड़ासन योग मुद्रा अपने शरीर की लंबाई बढ़ाने और पैरों से लेकर बाजुओं तक शरीर को स्ट्रेच करने के लिए प्रभावी तौर पर काम करता है।

आइए जानते हैं ताड़ासन (माउंटेन पोज) के लाभ और इसे करने की विधि

  • सीधे खड़े हो जाए और पैरों के बीच कुछ दूरी रखें।
  • दोनों हाथों अपने शरीर के पास में सीधा रखें।
  • अब गहरी सांस लेते हुए अपनी दोनों बाजुओं को सिर के ऊपर उठाएं और अपनी उंगलियों को आपस में बांध लें।
  • हाथों को सीधा रखें और स्ट्रेच करें।
  • अपनी एड़ी उठाते हुए अपने पैर की उंगलियों पर खड़े हो जाएं।
  • इस दौरान आपके शरीर में पैरों से लेकर हाथों की उंगलियों तक स्ट्रेच महसूस होना चाहिए।
  • 10 सेकेंड के लिए इस स्थिति में रहें और सांस लेते रहें।
  • अब सांस छोड़ते हुए अपनी शुरुआती अवस्था में आ जाएं।
  • इस आसन को 10 बार दोहराएं।

ताड़ासन के फायदे

1. पीठ की दर्द से राहतही तरह से अभ्यास करने से पीठ के दर्द की समस्या से निजात मिल सकती है। जब आप इस आसन का अभ्यास करते हुए शरीर को ऊपर की ओर लिफ्ट करते हैं तो स्ट्रेचिंग करने से कमर दर्द से आराम मिलता है।

2. पोस्चर में सुधार होता हैअगर आपकी जीवनशैली बेहद सुस्त या गतिहीन है तो यह आसन आपको हर रोज करना चाहिए क्योंकि यह अधिक देर तक बैठे रहने या लेटे रहने से खराब हुए पोस्चर में सुधार करता है। ताड़ासन का अभ्यास आपकी रीढ़ के पोस्चर को सुधारता है। जब आप इस आसन का अभ्यास नियमित रूप से करेंगे, तो आप ध्यान देंगे कि पहले से स्थिर रूप से खड़े होने लगे हैं और आपकी मुद्रा में सुधार हुआ है।

3. लंबाई बढ़ाने में मदद यह आपको लंबाई बढ़ाने में मदद कर सकता है। अगर आपके लिए अब बहुत देर हो चुकी है, तो आप अपने बच्चों को ताड़ासन का अभ्यास शुरू करने के लिए कह सकते हैं।

4. मानसिक जागरूकता बढ़ती हैयोग में केवल मूवमेंट ही नहीं है बल्कि ध्यान भी होता है। यह आसन आपको अपनी चेतना से जुड़ने में मदद करता है और मानसिक जागरूकता बढ़ाता है।

5. घुटनों के दर्द से राहतअगर आप घुटने के दर्द से परेशान हैं तो आपको इस आसन का अभ्यास करना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे इसके लिए आपको अपने तलवों को जमीन पर रख कर अभ्यास करना है और पैर की अंगुलियों पर खड़े नहीं होना है।

6. संतुलन बनाने में मददयह आसन शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि इसमें आपको अपने पैरों की उंगलियों पर खड़े होकर शरीर को बैलेंस करना होता है। इसके अभ्यास से लचीलापन भी बढ़ता है।

ये कहती योग विशेषज्ञ

ताड़ासन योग करने से ढेरों लाभ मिलते हैं और इसका अभ्यास किसी भी उम्र के लोग कभी भी कर सकते हैं। हालांकि इसका अभ्यास अधिकतर तौर पर सभी के लिए सुरक्षित होता है लेकिन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के साथ लोगों को इस आसन का अभ्यास करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। जिन लोगों को निम्न रक्तचाप की समस्या है, उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए। हालांकि, यदि आप गर्भवती हैं तो इस योग आसन का अभ्यास किसी ट्रेनर के बताए गए अनुसार ही करें।

-पूनम वर्मा, योग विशेषज्ञ, सोनारी


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