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    वट सावित्री व्रत रख मांगा अखंड सुहाग

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 11 Jun 2021 07:30 AM (IST)

    जाटी आदित्यपुर नीमडीह ईचागढ़ सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के अला ...और पढ़ें

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    वट सावित्री व्रत रख मांगा अखंड सुहाग

    जाटी, आदित्यपुर, नीमडीह, ईचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के अलावा ईचागढ़ व नीमडीह प्रखंड क्षेत्र में सुहागिनों ने अखंड सुहाग के लिए वट वृक्ष की पूजा-अर्चना कर आर्शीवाद मांगा। गुरुवार को चटख और रंग-बिरंगे परिधानों में पूजा-सामग्री के साथ महिलाएं वट वृक्ष के नीचे पहुंचकर उसे पवित्र जल से स्नान कराया, फिर पूजा की। सुहागिनों ने श्रद्धा, भक्ति के साथ वट वृक्ष की परिक्रमा करके अपने अखंड सुहाग के साथ वंश वृद्धि, दांपत्य जीवन में सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। इधर, ईचागढ़ व कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र में भी सज-धजकर सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा की। कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के तिरुलडीह रेलवे स्टेशन परिसर में पूजा के लिए सुबह से ही महिलाएं पहुंचने लगी थी। यहां पूजा अर्चना के बाद महिलाएं वटवृक्ष के पते को सिर के पीछे बालों में लगाकर एक-दूसरे की मांग में सिन्दुर लगाई। वहीं दूसरी ओर, नीमडीह प्रखंड रघुनाथपुर, लुपुंगडीह, आदरडीह, बामनी समेत अन्य गांवों में भी महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक वट सावित्री की पूजा-अर्चना की।

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    सुहागिनों ने पति के दीर्घायु की कामना की

    जाटी, चांडिल, गम्हरिया : सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल, कांड्रा, गम्हरिया तथा आसपास के क्षेत्रों में सुहागिनों ने पति की दीर्घायु की कामना को लेकर वट सावित्री की परंपरागत रूप से पूजा की। गुरुवार को महिलाओं ने वट वृक्ष के चारों ओर परिक्रमा कर उसकी पूजा अर्चना की। किंवदंती है कि वट वृक्ष में ब्रह्मा विष्णु और महेश तीनों का वास होता है। कलांतर में सावित्री ने इसी पेड़ के नीचे बैठकर उसने अपने पति को जीवन दान दिलाई थी। तब से महिलाएं पूरे विधि विधान के साथ वट वृक्ष की पूजा करती आ रही है। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश महिलाओं ने इस वर्ष अपने घरों की छत पर गमले में बरगद पेड़ की डाली लगाकर पूजा-अर्चना की। हालांकि कई जगहों पर वट पेड़ के नीचे काफी संख्या में महिलाएं जुटी थी। गम्हरिया स्थित घोड़ा बाबा मंदिर, कांड्रा थाना परिसर स्थित शिव मंदिर परिसर, एसकेजी कॉलोनी आदि में स्थित वट वृक्ष के समीप काफी संख्या में महिलाओं की भीड़ प्रात: काल से ही जुटी रही।

    पोटका में सुहाग का जोड़ा पहनकर की महिलाओं ने की पूजा

    संसू, पोटका : प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को पति की लंबी आयु व घर में सुख शांति समृद्धि के लिए महिलाओं ने सुहाग का जोड़ा पहनकर वट सावित्री की पूजा-अर्चना की। इस बाबत पंडित चंदन मिश्रा का कहना है कि ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री की पूजा करने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, सावित्री ने अपने तपोबल से अपने पति सत्यवान को यमराज से जीवनदान लेने में सफल रही थी। चूंकि यह घटना ज्येष्ठ मास की अमावस्या को हुई थी ऐसे में महिलाएं इसी दिन वट सावित्री की पूजा करती आ रही हैं। पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद आदि का वितरण किया गया।