आजाद हिंद फौज का राष्ट्रगान क्या था, क्या आप जानते हैं, इसे लागू करने की हो रही मांग
भारतीय जन महासभा ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरना दिया। इस धरने में जमशेदपुर से महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार व राष्ट्रीय सचिव प्रमोद कुमार खीरवाल के अलावा अजय कुमार सिंह (बक्सर बिहार) तीर्थ पुरोहित कमलराज जजवाड़े (देवघर) व हरीशचंद्र आर्य (नई दिल्ली) शामिल थे।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। भारतीय जन महासभा ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरना दिया, जिसके बाद प्रधानमंत्री के नाम पर 10 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा। इस धरने में जमशेदपुर से महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार व राष्ट्रीय सचिव प्रमोद कुमार खीरवाल के अलावा अजय कुमार सिंह (बक्सर, बिहार), तीर्थ पुरोहित कमलराज जजवाड़े (देवघर) व हरीशचंद्र आर्य (नई दिल्ली) शामिल थे।
पोद्दार ने बताया कि हमारी मांग में मुगलों की जगह हिंदू राजाओं के नाम पर सड़कों का नाम लिखने। दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ करने, अंग्रेजी में लिखे इंडिया को भारत लिखने, नोट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस, वीर सावरकर, लक्ष्मीबाई व मदन मोहन मालवीय की फोटो लगाने, नेताजी सुभाषचंद्र बोस के समय का राष्ट्रगान लागू करने, लाहौर में रावी नदी के तट पर धर्मवीर हकीकत राय की समाधि दोबारा बनाने, कुतुब मीनार परिसर स्थित कुव्वतुल-इस्लाम मस्जिद की जगह मंदिर बनाने, गूगल, फेसबुक व यूट्यूब समेत सभी इंटरनेट मीडिया से अश्लील सामग्री हटाने, टीवी चैनल 'स्टार भारत' में राधा-कृष्ण नामक सीरियल से राधा के द्वारिका में रहने की गलत जानकारी हटाने आदि शामिल हैं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के समय का राष्ट्रगान, इस लिंक को टच करके सुना जा सकता है।
https://fb.watch/aWRRd6K2ew/
उपरोक्त राष्ट्रगान के कुछ अंश का हिंदी अनुवाद :
शुभ सुख चैन की बरखा बरसे
भारत भाग्य है जागा
पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा
द्राविड़, उत्कल, बंगा
चंचल सागर, विंध्य, हिमालय
नीला जमुना गंगा ....
तेरे नित गुण गाएं, तुझसे जीवन पाएं
सब तन पाएं आशा ..
सूरज बन कर जग पर चमके
भारत नाम सुभागा
जय हो ! जय हो ! जय हो !
जय जय जय जय हो।
(ऐसे ही अन्य अंतरा:)
इस महिला को गिरफ्तार किया जाए
महासभा ने कहा कि भगवान शिव एवं माता पार्वती के चित्र वाले पेपर को टॉयलेट पेपर के रूप में यूज करने की बात कहने वाली इस महिला की गिरफ्तारी होनी चाहिए। इस पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है, जिससे हमारे धर्म का कोई भी मजाक नहीं उड़ा सके और हमारी भावनाओं को ठेस ना पहुंचा सके।
महासभा की अंतिम मांग दुष्कर्म के मामलों में सख्त कानून बनाने की है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार ने कहा कि दुष्कर्म के मामलों में कानून बड़ा लचीला है। ऐसी स्थिति में अनेक दुष्कर्मी कई प्रकार से छूट जा रहे हैं। ऐसा भी देखा गया है कि दुष्कर्म साबित होने के बाद नाबालिग होने की वजह से छोड़ दिया गया। निर्भया कांड का पांचवां दोषी अफरोज जो कि सबसे बड़ा गुनाहगार था, बच निकला। यह अत्यंत ही दुख का विषय है। हमारी मांग है कि ऐसे दुष्ट को खोज कर अब भी उसे सजा दी जाए, भले इसके लिए कानून में संशोधन करना पड़े। दुष्कर्म के मामलों में इतना कड़ा कानून बनाए जाने की आवश्यकता है कि दुष्कर्मी को पकड़ में आते ही एक माह के अंदर जांच पूरी कर मौत की ही सजा सुनाई जाए।
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