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    Jharkhand News: वन विभाग द्वारा किए गए पौधारोपण में सामने आई बड़ी लापरवाही, सैकड़ों पौधे गायब; अब उठ रहे सवाल

    Updated: Mon, 02 Jun 2025 09:07 AM (IST)

    वन विभाग द्वारा किए गए पौधारोपण में लापरवाही सामने आई है जिससे सैकड़ों पौधे गायब हो गए। 2023-24 में लगाए गए हजारों पौधों में से कई सूख गए या जानवरों ने खा लिए। स्थानीय लोगों ने विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई है और कार्रवाई की मांग की है। डीएफओ ने कहा है कि सूखे और गायब पौधों की जगह नए पौधे लगाए जाएंगे और गेबियन भी बदले जाएंगे।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सूत्र, पोटका। दूसरों को पौधारोपण की सीख देने वाला वन विभाग अपने ही पौधारोपण को सफल बनाने में असफल हो रही है।

    यानी कहीं ना कहीं चिराग तले अंधेरा के कथाश को चरितार्थ कर रहा है वन विभाग, एक तरफ जहां वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग जमशेदपुर वन प्रमंडल के अंतर्गत राखा माइन्स वन प्रमंडल द्वारा टांगरसई से देवली चौक तक सड़क के दोनों तरफ सड़क किनारे किनारे पीवीसी जाली गेबियन वृक्षारोपण 2023 - 24 किया गया था।

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    इसमें 2000 से ज्यादा पौधों का पौधारोपण वन विभाग द्वारा किया गया,मगर पौधारोपण में घोर लापरवाही वन विभाग द्वारा बरती गई।

    इसके कारण दो सौ से ज्यादा पौधा समय से पूर्व ही एक तो सूख गए यां जानवर खा गए दूसरी ओर 6 से 8 महीने में प्लास्टिक का जालीं सड़ जाने के कारण पशुओं के लिए पौधा आहार बन गया कहीं ना कहीं इस लापरवाही को लेकर स्थानीय लोगों जनप्रतिनिधियों में नाराजगी देखी जा रही है।

    पौधा पेड़ बनने से पहले सूख गए यह घोर लापरवाही- भागीरथी हांसदा

    वहीं, कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष आनंद दास एवं जेएलकेएम के पूर्व प्रत्याशी भागीरथी हांसदा ने कहा कि सरकार की काफी अच्छी योजना है। मगर इसमें वन विभाग द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है।

    साथ ही साथ भागीरथी हांसदा ने कहा कि वन विभाग की तरफ से लापरवाही की गई, जिसके कारण आज सैकड़ो पौधा पेड़ बनने से पहले सूख गए यह घोर लापरवाही का मामला है।

    वहीं, उन्होंने कहा कि मैं बहुत जल्द इस पर विभाग लिखित देते हुए कार्रवाई की मांग करूंगा साथ ही साथ अभिषेक सरदार एवं आनंद दास ने कहा कि जल्द से जल्द बांस के बने गेबियन से पौधारोपण किया जाए ताकि अच्छी तरीके से इनका देखभाल हो वन विभाग द्वारा किसी तरह का देखभाल नहीं किया जा रहा है।

    इसके कारण पौधा लगाने के कुछ ही समय बाद पौधे सूख जाते हैं या पशुओं के शिकार हो जा रहे हैं वही इस पर तत्काल जितने पौधे सूख चुके हैं या जानवर खा चुके हैं।

    उन जगहों में जल्द से जल्द पौधारोपण की मांग की गई है। वहीं, सरकार की लाखों रुपए की योजना में घपले बाजी को लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है।

    लोगों का कहना है कि दूसरों को सीख देने वाला वन विभाग को सिख की जरूरत है। डीएफओ सबा आलम अंसारी ने कहा कि जितने भी पौधे सूख गए हैं या गेबियन टूट गया है।

    उन सारे पौधों को फिर से पौधारोपण कर नया गेबियन लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का गेबियन लगाने का विभागीय आदेश है। जिसके कारण प्लास्टिक की जाली लगाई गई है।