Health Tips : पेशाब लीकेज की समस्या हैं तो करें या चार योग, दूर होगी बीमारी
Yoga For Urine Leakage किसी-किसी महिला या पुरुष को छींकते खांसते या फिर हंसते समय पेशाब निकल जाता है। कभी-कभी तो टॉयलेट तक पहुंचने के पहले ही यूरिन लीक हो जाता है। यह एक गंभीर समस्या है। योग एक्सपर्ट पूनम वर्मा बता रही है इसे दूर करने के उपाय...

जमशेदपुर : पेशाब लीकेज की समस्या से अगर आप परेशान हैं तो घबराएं नहीं। कुछ घरेलू उपाय व योगासन कर आप इसे ठीक कर सकते हैं। पेशाब लीकेज की समस्या गंभीर है। यह तेजी से बढ़ रहा है। कई बार देखा जाता है कि छींकने व खांसने से भी पेशाब लीकेज हो जाता है। वहीं, बाजार या फिर मंदिर जाने के दौरान भी पेशाब लीक हो जाता है। इस दौरान कोई शर्म की वजह से छिपाता है तो कोई ध्यान नहीं देता है।
पेल्विक फ्लोर हो जाता है कमजोर
सोनारी की योगा व रेकी एक्सपर्ट पूनम वर्मा का कहना है कि यह एक ऐसी समस्या है जिसमें आपका पेल्विक फ्लोर सामान्य से कमजोर हो जाता है। पेल्विक फ्लोर मसल्स के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है जो आपके पेल्विक के नीचे स्थित होता है।
इसका उद्देश्य आपके सभी पेल्विक अंगों जैसे ब्लैडर, बाउल और यूट्रस को सहारा देना है। ये मसल्स मुख्य रूप से आपको आपके यूरिन को नियंत्रित करने की क्षमता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होती है।
वज्रासन : पेशाब लीकेज में वज्रासन काफी लाभदायक होता है। इसके करने की विधि आपको आने चाहिए। इसके माध्यम से आप पेल्विक मसल्स को मजबूत कर सकते हैं।
कैसे करें आसन
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आपको घुटने के बल बैठना होगा।
- ध्यान देने वाली बात यह है कि आपका पेल्विक पूरी तरह से एड़ियों पर टिका हुआ हो।
- अब आप अपने एड़ियों को एक दूसरे से थोड़ा अलग कर लें।
- हथेलियों को घुटनों पर रखें और यह सुनिश्चित करते हुए आगे देखें कि आपकी पीठ सीधी हो। इस मुद्रा में कुछ देर तक रहें।
पादहस्तासन : इसे करने से भी काफी लाभ मिलता है। यह आसन पूरे शरीर को अच्छी स्ट्रेच देता है और दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने में मदद करता है। यह पेल्विक को मजबूत करने में काफी लाभदायक है।
आसन करने की विधि
- इस आसन को समस्थिति में खड़ी होकर शुरू करें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ें और अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को हिप्स से मोड़ें।
- इस आसन को करते समय अपने नान को घुटनों से छूने की कोशिश करें और अपनी हथेलियों से पैरों के दोनों ओर जमीन को छुएं।
- शुरुआत में घुटने सीधे होने में परेशानी होगी लेकिन अभ्यास से संभव हो जाएगा।
बद्ध कोणासन : इससे माध्यम से पेल्विक फ्लोर अंगों में ब्लड के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। इसी कारण से पेल्विक मसल्स को अधिक मजबूती मिलता है।
आसन को करने की विधि
- दंडासन से इस आसन की शुरुआत करें। इसे करने के लिए अपने पैरों को आगे की ओर और पीठ को सीधा करके बैठना होगा।
- पैरों को एक-एक करके मोड़ें और कोशिश करें कि आपके पैरों के तलवे आपस में टच करें।
- पैरों को अपने हाथों से पकड़ें और इसे पेल्विक के करीब स्ट्रेच करें।
- हथेलियों को घुटनों पर रखें और धीरे से उन्हें नीचे की ओर धकेलें।
- अपने पेट से हवा खाली करें।
- अब धीरे-धीरे ऊपरी शरीर को आगे की ओर झुकाने की कोशिश करें, जितना हो सके झुकें। इस आसन को लंबे समय तक बनाए रखें।
पश्चिमोत्तानासन : गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए। लेकिन, अगर आप गर्भवती नहीं हैं तो इसे जरूर करें। पेशाब लीकेज की समस्या में यह काफी लाभदायक है।
आसन करने की विधि
- सबसे पहले आप अपने दोनों पैर को आगे की ओर ले जाएं। इसके बाद फर्श पर बैठकर इसे शुरू करें।
- अपनी पीठ को सीधा और बाजुओं को ऊपर की ओर फैलाएं।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने हिप्स को आगे की ओर झुकाएं।
- इस स्टेज में आपका लक्ष्य ऊपरी शरीर को अपने निचले शरीर पर रखना होना चाहिए।
- शुरुआत में अपने पैर की उंगलियों को पकड़ना मुश्किल हो सकता है। इसलिए शुरुआत में पहुंच योग्य किसी भी हिस्से को पकड़ें।
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