खरकई नदी का बदलेगा स्वरूप; जमशेदपुर व धनबाद सहित झारखंड के कई शहरों में रिवर टूरिज्म को बढ़ावा
केंद्र की अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान के तहत झारखंड सरकार ने राज्य में शहरी नदियों के विकास के लिए एक योजना को मंज़ूरी दी है। इस योजना में रिवर कल्चर डेवलपमेंट सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कचरा निस्तारण और खरकई नदी के सौंदर्यीकरण जैसे कार्य किए जाएंगे। नदी तट पर रेस्तरां से लेकर चिल्ड्रेन पार्क तक की सुविधा।

जागरण संवाददाता, आदित्यपुर। केंद्र सरकार की योजना अर्बन रिवर मैनेजमेंट की प्लान के तहत आदित्यपुर नगर निगम स्थित खरकई नदी के सौंदर्यीकरण के साथ ही नदी साफ सफाई का कार्य होगा। इसके अलावा कचरा निस्तारण से लेकर नदी के गाद को भी निकाला जायेगा।
नदी किनारे रेस्तरां से लेकर चिल्ड्रेन पार्क के अलावा कैफेटेरिया तक बनाए जायेंगे। विभिन्न तरह के कार्य किए जायेंगे। बुधवार को रांची के बीएनआर होटल में नगर विकास एवं आवास विभाग के अधीन राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के तहत अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान (यूआरएमपी ) की तैयारी को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। इसमें आदित्यपुर, जमशेदपुर, जुगसलाई, रांची, धनबाद समेत 14 निकाय के प्रशासक एवं नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे।
प्रथम चरण में आदित्यपुर, चास, रांची, धनबाद भी
प्रथम चरण में इस योजना के तहत आदित्यपुर, राजमहल, चास,धनबाद, रांची नगर निकाय का चयन किया गया। इसके बाद खरकई के साथ जमशेदपुर अक्षेस एवं जुगसलाई क्षेत्र को भी इसमें शामिल किया जायेगा। प्रारंभिक चरण में इस योजना के तहत आदित्यपुर के खरकई नदी का समग्र विकास एवं सौदर्यीकरण होगा। इसको लेकर आदित्यपुर नगर निगम के प्रशासक रवि प्रकाश ने बताया कि उनके द्वारा कार्यक्रम में अपना प्रजेंटेंशन दिखाया गया तथा विस्तृत क्षेत्रों को दर्शाते हुए कहां क्या बनेगा इसे प्रदर्शित किया गया।
जयप्रकाश उद्दान समेत खरकई के तटवर्ती क्षेत्र शामिल
इस योजना के तहत आदित्यपुर के जयप्रकाश उद्दान, राममडैयपा बस्ती, मेरिन ड्राईव क्षेत्र समेत खरकई का लंबा दायरा इस योजना से लाभान्वित होगा। यह योजना पांच वर्ष में पुरा किया जाएगा । आदित्यपुर नगर निगम के प्रशासक ने बताया कि इसको लेकर योजना की निविदा ग्लोबल स्तर पर निकाली जायेगी।
उसके बाद इसमें कार्य शुरू किया जाएगा। खरकई नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में चार सिवरेज ट्रिटमेंट प्लांट बनाए जायेंगे। साथ ही मशीन के द्वारा नदी का गाद निकालकर सफाई का कार्य होगा। वही जल संरक्षण को लेकर जगह-जगह जल जमाव करने के लिए बांध भी बनाने की योजना है।
जिससे आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के लोगो को शुद्ध पेयजल मिल सके। पुरे क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा।
योजना के तहत क्या-क्या होगा
रिवर कल्चर डेवलपमेंट, एसटीपी का निर्माण , एरिया डेवलपमेंट, ग्रीन एरिया डेवलपमेंट, वाकिंग एरिया, व्यू प्वाईंट, घाट, चेंजिग रूम, चिल्ड्रेन पार्क, कैफेटेरिया, रेस्तरां।
क्या है अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान (URMP)
यह केंद्र सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में नदियों का समग्र विकास और प्रबंधन करना है। इस योजना के तहत नदियों की साफ-सफाई, प्रदूषण नियंत्रण, गाद निकालना, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का निर्माण और नदी के किनारे सौंदर्यीकरण का काम किया जाता है। इसका मकसद शहरों को स्वच्छ, पर्यटन-अनुकूल और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ बनाना है।
झारखंड की इन नदियों का होगा कायाकल्प
खरकई नदी, आदित्यपुर: इस नदी को स्वच्छ बनाने के लिए चार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) लगेंगे और गाद निकालकर सफाई होगी। नदी किनारे रेस्तरां, पार्क और वाकिंग एरिया भी बनाए जाएंगे।
दामोदर नदी, धनबाद: दामोदर झारखंड की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक है। इस योजना के तहत औद्योगिक कचरे को रोकने और नदी को प्रदूषण-मुक्त करने पर ध्यान दिया जाएगा।
अजय नदी, राजमहल: राजमहल के पास अजय नदी के किनारे घाट और व्यू प्वाइंट्स विकसित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सुविधा मिले।
सुवर्णरेखा नदी, रांची: राजधानी रांची में सुवर्णरेखा नदी के कुछ हिस्सों को इस योजना के तहत साफ किया जाएगा।
योजना के संभावित लाभ
पर्यावरण संरक्षण: नदियों के प्रदूषण में कमी आएगी, जिससे जलीय जीवन और पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित रहेगा।
जल सुरक्षा: नदी के जल का सही प्रबंधन होने से शहरी क्षेत्रों को शुद्ध पानी उपलब्ध होगा।
आर्थिक विकास: रिवर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
नागरिक सुविधाएं: नदी के किनारे बने पार्क, कैफेटेरिया और वॉकिंग एरिया लोगों के लिए मनोरंजक और सुकून भरे स्थल बनेंगे।
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