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    जमशेदपुर के मानगो के उलीडीह थाना प्रभारी ने युवक की बेरहमी से की पिटाई, पत्नी समेत स्वजनों ने एसएसपी से की शिकायत

    By Jitendra SinghEdited By:
    Updated: Wed, 17 Mar 2021 08:17 AM (IST)

    मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र डिमना बस्ती निवासी शिवा कर्मकार ने उलीडीह थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल पर 50 हजार रुपए मांगने और नहीं दिए जाने पर बम कांड में फंसा देने की धमकी देने और बेरहमी से थाना में रखकर पिटाई किए जाने के आरोप लगाए है।

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    पिटाई का निशान दिखाते परिजन, पिटाई के बाद परिजनों ने उनका इलाज भी कराया

    जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र डिमना बस्ती निवासी शिवा कर्मकार ने उलीडीह थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल पर 50 हजार रुपए मांगने और नहीं दिए जाने पर बम कांड में फंसा देने की धमकी देने और बेरहमी से थाना में रखकर पिटाई किए जाने के आरोप लगाए है। युवक की पत्नी और स्वजनों ने मंगलवार को मामले को लेकर एसएसपी से शिकायत की। थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की गई। वहीं जांच के नाम पर वरीय पुलिस अधिकारी मामले को दबाने के आरोप भी लगाए। फिलहाल मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। सोमवार को एमजीएम अस्पताल में अपना इलाज कराने पहुंचे युवक शिवा कर्मकार ने बताया बीते जनवरी माह में डिमना बस्ती के एक घर में बम विस्फोट की घटना घटी थी जिसमें 3 लोग घायल हो गए थे। बाद में दो की मौत अस्पताल में हो गई थी। घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर रहता है। इसीलिए मामले में शक के आधार पर उसे भी लगातार 10 दिनों तक एसएसपी, एसपी, डीएसपी और तत्कालीन थाना प्रभारी धनंजय बैठा ने थाने में पूछताछ की थी। रोजाना मुझे थाना बुलाया जाता था, वह जाता भी था। पूछताछ में कोई सबूत ना मिलने पर उसे छोड़ दिया गया। मगर वर्तमान थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल ने कुछ दिनों पहले खबर भेजकर थाने पर बुलवाया। जब थाने पर पहुंचा तो उससे 50 हजार रुपए की मांग की और नहीं देने पर बम कांड में फंसा देने की धमकी भी दी। रोजाना थाना प्रभारी किसी न किसी पुलिसकर्मी को घर भेजकर रुपए की मांग करते थे और नहीं देने पर गाली गलौज भी करते थेे जिससे वह और उसके स्वजन परेशान हो गए थे।

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    इसकी शिकायत सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट से की। एसपी ने उसके सामने ही थाना प्रभारी को फोन कर कहा कि अगर युवक दोषी है तो जेल भेज दे, मगर परेशान ना करें। सिटी एसपी के बोलने के बाद कुछ दिन तक थाना प्रभारी ने कुछ नहीं किया। आगे युवक ने बताया रविवार की रात 11:30 बजे बालीगुमा से अपने परिचित के यहां जन्मदिन पार्टी में शामिल होकर वापस घर लौट रहा था। तभी टाइगर मोबाइल के जवानों ने उसे रोका और इसकी सूचना थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल को दी। थाना प्रभारी के कहने पर टाइगर मोबाइल के जवान उसे उलीडीह थाने लेकर चले गए। वहां थाना प्रभारी ने गाली-गलौज करते हुए डंडे से पीटना शुरू कर दिया। सिर्फ इतना ही नहीं मेरी छाती पर लातों से भी मारा। रात भर पिटाई की। सोमवार की सुबह जब घर वालों को इसकी सूचना मिली तो वे थाना में आकर रिहाई की मांग करने लगे जिसके बाद थाना से उसे छोड़ा गया। थाना से छूटने के बाद अपने परिवार के साथ सिटी एसपी से मिलने के लिए कार्यालय पहुंचा। मगर कार्यालय में एसएसपी और सिटी एसपी दोनों उपस्थित नहीं थे, जिसके बाद में अपना इलाज कराने एमजीएम अस्पताल चलाया। बिना किसी जुर्म के सिर्फ सिटी एसपी को शिकायत करने पर थाना प्रभारी ने बेरहमी से पीटा गया। प्रभारी पर कार्रवाई की जाए। इसकी शिकायत वह वरीय अधिकारियों तक करेगा। उसे न्याय चाहिए।

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    वर्जन

    अगर शिकायत मिलेगी तो जांच होगी। वैसे डीएसपी को मामले को देखने को कहा गया है। शिवा कर्मकार का नाम डिमना बस्ती में हुए बम विस्फोट मामले में आया था। उसके घर पर बम और पिस्तौल मिलने की जानकारी पर काफी दिन पहले छापेमारी की गई थी।

    एम तमिल वानन, एसएसपी