Jamshedpur News: डेंगू से दो महिलाओं की मौत, जिले में 21 हुई मरीजों की संख्या; ऐसे करें बचाव
पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के बढ़ते मामलों से चिंता बढ़ गई है। छोटा गोविंदपुर में दो महिलाओं की मौत हो गई हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक पुष्टि नहीं की है। दो नए मामले सामने आए हैं जिससे कुल मरीजों की संख्या 21 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है और जांच सैंपल कलेक्शन और फॉगिंग का काम तेज कर दिया है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। छोटा गोविंदपुर इलाके की दो महिलाओं की मौत से हालात और गंभीर हो गए हैं। दोनों मामलों में मरीजों की स्थिति अत्यधिक गंभीर थी और आईसीयू में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इन मौतों को डेंगू से हुई मौत के तौर पर अब तक पुष्टि नहीं की है। लेकिन दोनों ही मामलों में लक्षण और चिकित्सकीय जानकारी डेंगू की ओर इशारा कर रही है। छोटा गोविंदपुर तीन तल्ला निवासी सुभाष कुमार सिंह की 35 वर्षीय पत्नी वीणा सिंह की मौत गुरुवार को टेल्को अस्पताल में इलाज के दौरान हुई।
परिजनों के अनुसार, उन्हें 29 जुलाई को तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत, उल्टी-दस्त और हाथ-पैर में तेज दर्द की शिकायत थी। उन्हें तत्काल टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान डाक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर बताते हुए उन्हें आईसीयू में रखा और डेंगू की आशंका जताई। प्रारंभिक जांच में डेंगू पाजिटिव की रिपोर्ट सामने आई, लेकिन अब तक इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
सिविल सर्जन डा. साहिर पाल ने बताया कि वीणा सिंह का सैंपल गुरुवार को ही जांच के लिए आया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा। वहीं, डेंगू से संदिग्ध मौत का दूसरा मामला भी छोटा गोविंदपुर से ही जुड़ा है। यहां के रहने वाले शिवलाल लोहरा की पत्नी पुतुल लोहरा (40 वर्ष) को 28 जून को बुखार, उल्टी, कमजोरी और बेहोशी की हालत में टेल्को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल में कुछ दिनों तक इलाज के बाद परिजन उन्हें बेहतर इलाज के लिए 5 जुलाई को रांची रिम्स ले गए। वहां इलाज के दौरान 6 जुलाई को उनकी मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक डाक्टरों ने मौत का कारण डेंगू के कारण मल्टी आर्गन फेल होना बताया। हालांकि, सिविल सर्जन डा. साहिर पाल ने इस मामले की जानकारी होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि रांची रिम्स से इस बारे में कोई सूचना अभी तक उन्हें नहीं मिली है।
डेंगू के दो नए मरीज मिले
इधर, गुरुवार को जिले में डेंगू के दो नए मरीजों की पुष्टि हुई है। एक मरीज छोटा गोविंदपुर और दूसरा टेल्को क्षेत्र का रहने वाला है। इन दोनों का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा है। इनमें एक 40 साल का पुरुष और दूसरा 18 साल का युवक है। दोनों में तेज बुखार, सिर दर्द, कमजोरी और शरीर में दर्द जैसे डेंगू के सामान्य लक्षण पाए गए हैं। डाक्टरों की निगरानी में इनका इलाज चल रहा है और हालत स्थिर बताई जा रही है।
जिले में 21 हुई डेंगू मरीजों की संख्या
जिले में अब तक डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 21 तक पहुंच गई है। इनमें से कई मामले मानगो, बारीडीह, गोविंदपुर और टेल्को क्षेत्र से सामने आए हैं। इस साल की यह पहली बार है, जब डेंगू से मौत के मामले सामने आए हैं। हालांकि जांच रिपोर्ट के आधार पर ही इनकी पुष्टि की जा सकेगी। स्वास्थ्य विभाग ने जांच, सैंपल कलेक्शन और संदिग्ध इलाकों में फागिंग का काम तेज कर दिया है।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों के आस-पास पानी जमा न होने दें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है। लोगों से यह भी कहा गया है कि बुखार, उल्टी, कमजोरी, सिर दर्द जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें और बिना जांच के दवा न लें।
डेंगू के रोकथाम को लेकर विशेष टीम गठित की गई है, जो विभिन्न क्षेत्रों में जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव करने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है। आम लोगों को भी जागरूक होकर मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए। समय रहते इलाज और साफ-सफाई ही डेंगू से बचाव का सबसे कारगर उपाय है।
- डा. साहिर पाल, सिविल सर्जन
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