Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सांस लेने में हो तकलीफ और अचानक चक्कर आए तो कराएं जांच, हो सकती ये बीमारी

    By Rakesh RanjanEdited By:
    Updated: Sat, 09 Mar 2019 01:55 PM (IST)

    Helth Tips. अगर आपको अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है। थकान लगती है। अचानक से चक्कर आने की शिकायत है तो दिल की जांच करा लें। यह सभी हृदय रोग के लक्षण हैं।

    सांस लेने में हो तकलीफ और अचानक चक्कर आए तो कराएं जांच, हो सकती ये बीमारी

    जमशेदपुर, जागरण संवाददाता।  अगर आपको अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है। थकान लगती है। अचानक से चक्कर आने की शिकायत है तो दिल की जांच करा लें। यह सभी हृदय रोग के लक्षण हैं।

    ब्रह्मनंद अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष गुप्ता बताते हैं कि हृदय रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। चिंता का विषय यह है कि इसमें युवा भी शामिल हैं। युवाओं में इसका खतरा बढऩे का मुख्य कारण शारीरिक श्रम न करना, तंबाकू का सेवन, मानसिक तनाव व गलत खान-पान है। वहीं मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर व सांस संबंधित बीमारियों की वजह से भी दिल की बीमारी तेजी से बढ़ी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    35 वर्ष के बाद ही मरीज आ रहे सामने

    आमतौर पर दिल की बीमारी 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है लेकिन अब 35 वर्ष के बाद ही इससे जूझ रहे मरीज सामने आ रहे हैं। पश्चिमी देशों में 70 साल से पहले 23 फीसद लोगों को दिल की बीमारी होती है। वहीं भारत में 52 फीसद लोग दिल की बीमारी से ग्रस्त हैं। 2005 से 2011 के बीच भारतीय लोगों ने अपनी सेहत पर 237 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं।

    सवालों के दिए जवाब

    डॉ संतोष गुप्ता ने दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न-प्रहर में फोन पर लोगों के सवालों का जवाब दिया। ये रहे प्रमुख सवाल और उसके जवाब।

    सवाल : झुकते समय छाती में दर्द होता है। 

    - एसएम फुसरू, टेल्को।

    जवाब : यह दिल की बीमारी का लक्षण नहीं है। फिर भी मन में शंका हो तो डॉक्टर से मिलकर ईसीजी करा लें।

    सवाल : चलने से सांस फूलने और थकावट होती है। 

    - सुनीता देवी, सोनारी।

    जवाब : यह हृदय रोग का लक्षण हो सकता है। डॉक्टर से परामर्श लेकर ईसीजी, ईको व टीएमटी जांच कराएं।

    सवाल : मेरी मां के इको रिपोर्ट में हार्ट की पंपिंग 45 फीसद बताया गया है। क्या करना चाहिए। 

    - हमीदा खातून, मानगो।

    जवाब : हार्ट पंपिंग कम होने का मुख्य कारण हार्ट में ब्लॉकेज है। आप डॉक्टर से मिलकर एंजियोग्राफी कराएं।

    सवाल : ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। दवा ले रहे हैं, लेकिन इंटरनेट पर पढऩे से इसका साइड इफेक्ट बता रहा है।

    - पीएन लाल, टिनप्लेट।

    जवाब : डॉक्टर ने जो दवा खाने की सलाह दी है उसे खाएं। साइड इफैक्ट पर ध्यान नहीं दें। अगर दवा खाने के बाद किसी तरह की परेशानी हो तो तत्काल संबंधित डॉक्टर को दिखाएं।

    सवाल : सांस फूलने की समस्या है। धीरे-धीरे कम हो जाता है। 

    - श्याम सुंदर शर्मा, जोजोबेड़ा।

    जवाब : आप एक बार डॉक्टर से मिलें। देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

    सवाल : रात को बुखार आ जाता है। क्या करें? 

    - पपायी चक्रवर्ती, भाटिया बस्ती।

    जवाब : आप पैरासिटामॉल दवा खाएं। तीन दिन से अधिक बुखार है तो मलेरिया की जांच कराएं।

    सवाल : चलने पर सांस फूलने लगती है। इस वजह से चल नहीं पाते। 

    - साधना चक्रवर्ती, कदमा।

    जवाब : यह हृदय रोग का लक्षण हो सकता है। किसी हृदय रोग विशेषज्ञ से दिखाए।

    सवाल : दिल का धड़कन अचानक से बढ़ जाता है। कुछ देर के बाद सामान्य हो जाता है। 

    - रूबी, बिष्टुपुर।

    जवाब : दिल की बीमारी का लक्षण है। जब धड़कन बढ़ती है उसी समय ईसीजी व होल्टर जांच कराएं। रिपोर्ट डॉक्टर को दिखाएं।

    सवाल : हार्ट की बीमारी का लक्षण क्या होता है। 

    - प्रतिमा सिंह, टेल्को।

    जवाब : छाती में भारीपन, असामान्यता, दबाव, दर्द, जलन, ऐंठन या दर्द सहित अन्य शामिल हैं।

    सवाल : अचानक से चक्कर व बेहोश हो जाती हूं। 

    - राधिका देवी, सोनारी।

    जवाब : हृदय की धड़कन की गति कम होने की वजह से इस तरह की परेशानी होती है। ऐसे लोगों को पेसमेकर लगाया जाता है। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से मिलें।

    सवाल : रात में अचानक से सांस रुक सी जाती है। तभी जोर से सांस लेना पड़ता है। 

    - मोनू सिंह, कदमा।

    जवाब : यह हृदय रोग का लक्षण है। इको कराएं। हार्ट की पंपिंग कम होने से इस तरह की परेशानी होती है।