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    कुड़मी को ST का दर्जा देने की मांग पर फूटा आदिवासियों का गुस्सा, पारंपरिक हथियार के साथ DC कार्यालय का किया घेराव

    By Sanjiv KumarEdited By: Piyush Pandey
    Updated: Thu, 09 Oct 2025 06:04 PM (IST)

    आदिवासी समुदाय ने अपने पारंपरिक हथियारों के साथ डीसी कार्यालय का घेराव किया। यह घेराव उनकी मांगों और मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से उनकी समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया।

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    जमशेदपुर डीसी ऑफिस पर आदिवासी समाज द्वारा प्रदर्शन। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। परंपरागत ग्रामसभा की सर्वोच्चता और आदिवासी अस्मिता के मुद्दे पर आदिवासी बचाओ संघर्ष मोर्चा और गरुड़बासा ग्रामसभा हो समाज के बैनर तले गुरुवार को विशाल जनाक्रोश महारैली निकाली गई। इस रैली में हजारों की संख्या में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से आदिवासी समाज के लोग उपायुक्त कार्यालय के सामने एकजुट हुए।

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    तकरीबन दस हजार से अधिक आदिवासी समाज अपने पारंपरिक परिधान व हथियारों के साथ प्रदर्शन किया। जय जोहार का नारा है, भारत देश हमारा है... और आदिवासी एकता जिंदाबाद... के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।

    रैली का शुभारंभ डिमना, बारीडीह, करनडीह और आसपास के गांवों से हुआ। विभिन्न क्षेत्रों से लोग जुलूस की शक्ल में साकची आमबगान मैदान पहुंचे। जहां से रैली साकची की ओर बढ़ी। साकची आई अस्पताल में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद हजारों की भीड़ नारेबाजी करते हुए डीसी कार्यालय की ओर कूच कर गई।

    प्रदर्शनकारियों ने लोकसभा न विधानसभा, सबसे ऊंची ग्रामसभा... जैसे नारे लगाते हुए पारंपरिक ग्रामसभा की मान्यता और अधिकारों की मांग की। साथ ही, गैर-आदिवासी कुड़मी महतो समुदायों द्वारा एसटी (अनुसूचित जनजाति) का दर्जा मांगे जाने का विरोध किया। रैली में शामिल लोगों ने गैर आदिवासी कुड़मी महतो एसटी की मांग बंद करो... का नारा बुलंद किया।

    डीसी कार्यालय पहुंचने पर प्रदर्शनकारियों ने आक्रोश पूर्ण तरीके से घेराव किया। इस दौरान प्रशासन के पसीने छूट गए। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजम किए गए थे। आदिवासी समाज के नेताओं ने कहा कि ग्रामसभा आदिवासी शासन व्यवस्था की आत्मा है और उसकी मर्यादा पर कोई समझौता नहीं होगा।

    रैली के कारण शहर में यातायात व्यवस्था कुछ घंटों तक प्रभावित रही। सड़कों पर लंबा जाम लग गया और कई मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। हालांकि, प्रशासन ने बाद में स्थिति को सामान्य कर लिया।