Jharkhand News: छठ पूजा पर जमशेदपुर में बड़ा हादसा, घाट में डिमना के तीन लोग डूबे, दो की मौत
झारखंड के जमशेदपुर में चांडिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्वर्णरेखा नदी में छठ पूजा के दौरान तीन लोग डूब गए, जिनमें से दो की मौत हो गई। मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है। घटना शहरबेड़ा के पास हुई, जहाँ नया छठ घाट बनाया गया था। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य किया। नदी में बालू खनन के कारण गहराई बढ़ने को हादसे का कारण बताया जा रहा है।

संजय सिंह का शव निकालते एन डी आर एफ की टीम
जागरण संवाददाता, चांडिल/जमशेदुपर। झारखंड में जमशेदपुर जिले के चांडिल थाना क्षेत्र में डिमना के तीन लोगों के डूबने की सूचना है। बताया जा रहा है कि इनमें से 2 की मौत हो गई है। घटना के दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार, शहरबेड़ा के सामने कांदरबेड़ा और शहरबेड़ा के बीच स्वर्णरेखा नदी में यह हादसा हुआ। यहां विश्वास भट्टा के सामने नए छठ घाट पर एक बच्चा समेत सोमवार की शाम को तीन लोग डूब गए। घटना के बाद छठ घाट में मौजूद श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई।
छठ के लिए बनाया गया था नया घाट
स्थानीय लोगों के अनुसार, जमशेदपुर के डिमना से श्रद्धालु कांदरबेड़ा और शहरबेड़ा के बीच स्वर्णरेखा नदी पर विश्वास भट्टा के सामने बनाया गए नए छठ घाट पर अर्घ्य देने पहुंचे थे।
इसी घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने डिमना से भी श्रद्धालु आए हुए थे। इसी दौरान एक 10 वर्षीय बच्चा आर्यन यादव नदी के डेंजर जोन में समा गया।
उसे बचाने के लिए दो लोग संजय सिंह और प्रतीक कुमार भी पानी में कूद गए, लेकिन वे दोनों भी गहरे पानी में डूब गए। सूचना पर चांडिल थाना की पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।
यहां स्थानीय गोताखोर के द्वारा खोजबीन कर आर्यन यादव नामक 10 वर्षीय बालक को बेहोशी हालत में पानी से बाहर निकाला और उसे एमजीएम अस्पताल पहुंचाया गया।
बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं, अन्य दो 45 वर्षीय संजय सिंह व 19 वर्षीय युवक प्रतीक कुमार की देर शाम तक खोजबीन जारी रही।
मंगलवार की सुबह संजय सिंह का शव बरामद किया गया। दोनों मृतक जमशेदपुर के डिमना के रहने वाले हैं। एनडीआरएफ की टीम ने मंगलवार सुबह से डूबे हुए लोगों को खोजने का कार्य प्रारंभ कर दिया था।
प्रतीक का नहीं चला पता
बताया जा रहा है कि 19 वर्षीय प्रतीक का अब तक पता नहीं चला है। यह हादसा शहरबेड़ा छठ घाट पर संध्या अर्घ्य देने के दौरान हुआ। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्थानीय लोगों के अनुसार कांदरबेड़ा और शहरबेड़ा के विश्वास भट्टा के सामने इस बार नया छठ घाट बनाया गया है। यहां बालू उत्खनन के कारण नदी का तल काफी गहरा हो गया है।
इस हादसे के पीछे यही वजह बताई जा रही है। हालांकि, विश्वास भट्टा के सामने बनाया गया नया यह घाट का छठ घाटों की सूची में सूचीबद्ध नहीं है।

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