तनाव व मोटापे से बढ़ रही पित की थैली में पथरी की समस्या
डा. नागेंद्र सिंह ने कहा कि अभी तनाव व मोटापे से लोग सबसे अधिक परेशान हैं। यह दोनों परेशानी लोगों के जीवन में एक खतरा बनकर उभरी है जिसका समाधान ढूंढने की जरूरत है। एक प्रतिशत लोगों में पथरी का मुख्य कारण तनाव व 2.5 प्रतिशत लोगों में मोटापा है।

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। भागदौड़ भरी जिंदगी लोगों को हर तरह से प्रभावित कर रही है। अगर, जल्द ही इसे लेकर कोई पहल नहीं की गई तो आनेवाला समय भयावह हो सकता है। यह कहना है जमशेदपुर स्थित गंगा मेमोरियल हास्पिटल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डा. नागेंद्र सिंह का। वह दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न-प्रहर में उपस्थित होकर पाठकों की ओर से पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
डा. नागेंद्र सिंह ने कहा कि अभी तनाव व मोटापे से लोग सबसे अधिक परेशान हैं। यह दोनों परेशानी लोगों के जीवन में एक खतरा बनकर उभरी है, जिसका समाधान ढूंढने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तनाव व मोटापे की वजह से पित्त की थैली में पथरी होने की समस्याएं भी बढ़ रही हैं। एक प्रतिशत लोगों में पथरी होने से मुख्य कारण तनाव व 2.5 प्रतिशत लोगों में मोटापा है। वहीं, पहले ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक आते थे मरीज लेकिन अब शहरी क्षेत्रों के लोगों में पित्त की थैली में पथरी की समस्याएं बढ़ी हैं। यहां प्रस्तुत है डा. नागेंद्र सिंह से लोगों की बातचीत का प्रमुख अंश...।
- पित्त की थैली में पथरी होने का क्या कारण है। मोहित कुमार, गोलमुरी।
जवाब : पित्त की थैली में पथरी होने का प्रमुख कारण इंफेक्शन है। इसके अलावा तनाव, मोटापे सहित अन्य समस्याएं भी हैं।
- लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कराने के बाद नींद नहीं आने की समस्या बढ़ गई है। क्या करें। साधना चक्रवर्ती, कदमा।
जवाब : नींद की दवा नहीं खाएं। किसी चिकित्सक से संपर्क करें। कब्ज की वजह से भी यह परेशानी आती है।
- टहलने के दौरान पेट में दर्द होता है। पपाई चक्रवर्ती, कदमा भाटिया बस्ती।
जवाब : लगातार दर्द हो रहा है तो यह चिंता का विषय है। किसी डाक्टर से दिखाएं। अल्ट्रासाउंड कराने की जरूरत पड़ सकती हैं।
- पेट में कभी-कभार तेज दर्द होता है। उसके बाद ठीक हो जाता है। मो. आबीद, जुगसलाई।
जवाब : यह पथरी का लक्षण हो सकता है। एक बार आकर दिखाएं। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
- तनाव को कम करने के लिए क्या करें। कुछ बताइए। मोनिका दूबे, मानगो।
जवाब : तनाव को कम करने के लिए योग, प्रणायाम या फिर जो चीज में खुशी मिलती है उसके लिए समय अवश्य निकालें। तनाव को कम करना अति आवश्यक हैं। इसके लिए सभी को सोचना चाहिए। तनाव की वजह से कई लोग गलत कदम भी उठा लेते हैं।
- पाइल्स की समस्या है। क्या करें। रंजू देवी, आदित्यपुर।
जवाब : पहले आप जांच कराएं। इसके बाद जरूरत होने पर आपरेशन किया जाता है।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत पाइल्स की सर्जरी लेप्रोस्कोपिक विधि से संभव हैं। हरेराम सिंह, दाईगुट्टू।
जवाब : योजना के तहत पाइल्स की सर्जरी में लेप्रोस्कोपिक विधि अभी तक शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, इसे शामिल करने से मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के 48 घंटे बाद मरीज को छुट्टी कर दिया जाता है।
पित्त की थैली में पथरी के लक्षण
- बदहजमी
- खट्टी डकार
- उल्टी
- बहुत ज्यादा पसीना आना
- पेट फुलाना
- एसिडिटी
- पेट में भारीपन।
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