कोरोना से मिनी बस संचालकों की हालत हुई पंक्चर, बकाया माफी के लिए जिला प्रशासन से लगाई गुहार
कोविड-19 (कोरोना) में बसों का परिचालन बंद है जिससे बस संचालकों की हालत खस्ता हो गई है। यही नहीं कोरोना काल में जिला प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों को इधर ...और पढ़ें

जमशेदपुर, जासं। कोविड-19 (कोरोना) में बसों का परिचालन बंद है, जिससे बस संचालकों की हालत खस्ता हो गई है। यही नहीं, कोरोना काल में जिला प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों को इधर से उधर पहुंचाने के लिए इन बसों का उपयोग किया, उसका भी बस मालिकों को भुगतान नहीं मिला।
प्रवासी मजदूरों को लाने ले जाने में लगे बस मालिक अपना बकाया भुगतान को लेकर अब गोलबंद हो गए हैं। मिनी बस एसोसिएशन के महामंत्री विवेक कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में बस मालिकों की स्थिति और भी दयनीय हो गई है। उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।पिछले डेढ़ सालों से बसों का परिचालन ना होना और खड़ी गाड़ियों का टैक्स सहित अन्य पेपर को यथावत रखने में इनके सामने बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। विवेक कुमार सिंह ने उपायुक्त से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द जिला प्रशासन हमारा बकाया भुगतान दे। वहीं इस मामले को लेकर बस एसोसिएशन के नेता सह समाजसेवी शिवराम झा (दिलीप) ने कहा है कि जिला प्रशासन को बार-बार भुगतान के विषय में कहा जाता है, पर उनके द्वारा इस विषय में अभी तक कोई सार्थक जवाब नहीं आया। अतः जल्दी इस पूरे मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवगत कराया जाएगा एवं बस मालिकों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जल्द से जल्द भुगतान की मांग की जाएगी।
लाॅकडाउन में किया गया बसाें का प्रशासिनक इस्तेमाल
बताते चलें कि वर्ष 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान मिनी बसों का बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों को लाने ले जाने के लिए उपयोग किया गया था। इसमें जिला प्रशासन ने बसों को किसी प्रकार का कोई भुगतान नहीं किया। बस मालिकों ने अपने कर्मचारियों को भुगतान भी खुद किया, पर जिला प्रशासन ने आज तक बस मालिकों को बकाया राशि नहीं दिया। इसके कारण बस मालिकों में रोष है। वर्तमान में पिछले साल मार्च से बस के पहिए थमे हुए और इन मालिकों को अपने परिवार के साथ साथ बस से जुड़े कर्मचारियों की भी रोजी-रोटी की जिम्मेदारी है। अतः ये लोग वर्तमान में जिला प्रशासन से अपने बकाया भुगतान की मांग कर रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।