स्टील सेक्टर में बड़ा कदम: Tata steel और लायड्स मेटल्स ने की साझेदारी, कम कार्बन स्टील उत्पादन पर रहेगा फोकस
टाटा स्टील और लायड्स मेटल्स ने एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य खनन, परिवहन, आधुनिक तकनीक आधारित इस्पात निर्माण और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद ...और पढ़ें

फाइल फोटो।
खनन, स्लरी पाइपलाइन और पेलेट प्लांट पर होगा प्राथमिक फोकस
ग्रीन स्टील और कम कार्बन उत्पादों के निर्यात पर रहेगा जोर
इस साझेदारी का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष पर्यावरण को ध्यान में रखकर कम कार्बन उत्सर्जन वाले उत्पाद तैयार करना है। टाटा स्टील पहले से ही ग्रीन स्टील की दिशा में कई तकनीकों का परीक्षण कर रही है, वहीं लायड्स मेटल्स खनन और कच्चे माल की आपूर्ति में अपनी विशेषज्ञता साझा करेगी।
दोनों कंपनियां मिलकर ऐसे वैल्यू एडेड लोहे और इस्पात उत्पादों को विकसित करेंगी, जिनकी वैश्विक बाजार में भारी मांग है। कम कार्बन उत्सर्जन वाले स्टील उत्पादों के निर्यात की संभावनाएं भी इस एमओयू का अहम हिस्सा हैं।
देश के स्टील सेक्टर में बदलाव लाने वाला कदम
इस गठजोड़ को उद्योग विशेषज्ञ टाटा स्टील और लायड्स मेटल्स की पूरक क्षमताओं के एकीकरण के रूप में देख रहे हैं। खनन से लेकर निर्यात तक की प्रक्रिया में सहयोग होने से लागत में कमी आएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह साझेदारी आने वाले समय में इस्पात उद्योग की दिशा बदलने वाली परियोजनाओं का मार्ग तैयार करेगी। भारत में ग्रीन स्टील तकनीक और टिकाऊ औद्योगिक विकास को गति देने में यह एमओयू मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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