Tata IPL 2022 : आखिर टाटा समूह ने आईपीएल में क्यों मारी इंट्री, जानिए इसके पीछे की कहानी
Tata IPL पहली बार टाटा समूह ने किसी क्रिकेट इवेंट में इंट्री ली है। आईपीएल ने वीवो को बाय-बाय कह दिया है। आखिर कभी क्रिकेट से दूरी बनाने वाली यह समूह ...और पढ़ें

जमशेदपुर, जासं। टाटा समूह के वर्तमान अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन की ओर से कोविड के दौरान उपभोक्ताओं एवं कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखते हुए समूह को भविष्य के लिए तैयार उद्यमों ka बनाने और डिजिटल संस्थाओं में निवेश बढ़ाने पर जोर दिया। इसका फायदा भी उन्हें दिखा।
यह सब कंपनी के ढांचे के भीतर हो रहा था। साथ ही BigBasket, 1Mg, curefit जैसे नए जमाने के व्यवसायों में निवेश किया जा रहा था। बावजूद इसके कि कंपनी लगातार घाटे में चल रही थी। समूह ने अब एक आधुनिक उपभोक्ताओं का सामना करने की अपनी आकांक्षाओं को पूरा किया है।
Air India, BigBasket सहित अन्य कंपनियों को होगा फायदा
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए प्रायोजन सौदे को उठाकर व्यापार को और भी प्रत्यक्ष बना दिया है। जमशेदपुर के जाने-माने वित्त विशेषज्ञ अनिल कुमार गुप्ता कहते हैं, “आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप को खरीदने का निर्णय टाटा का एक शानदार कदम है। IPL भारत के क्रिकेट कैलेंडर की सबसे बड़ा इवेंट है। पिछले दो वर्षों के अनुभव ने हमें दिखाया है कि कैसे महामारी के बावजूद टूर्नामेंट विशाल टेलीविजन दर्शकों को आकर्षित करना जारी रखता है। टाटा समूह के लिए हाल ही में अधिग्रहण किए गए बिग बास्केट, क्योर फिट, 1 एमजी और यहां तक कि Air India के साथ देश भर के उपभोक्ताओं से संवाद करने का अनूठा अवसर है। आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप को लेना इसकी ब्रांड उपस्थिति में एक बड़ा बदलाव है।
Vivo को आईपीएल से हुई जबरदस्त मार्केटिंग
आईपीएल निश्चित रूप से देश में किसी भी ब्रांड के लिए सबसे बड़ा मार्केटिंग प्लेटफॉर्म है। न केवल प्रायोजक बल्कि यहां तक कि विज्ञापनदाताओं ने भी टूर्नामेंट के दौरान बहुत अधिक ब्रांड आत्मीयता और प्रासंगिकता पैदा करने में कामयाबी हासिल की है। उदाहरण के लिए आउटगोइंग टाइटल प्रायोजक विवो, जिसे 2014 में भारत में लॉन्च किया गया था और 2016 में टूर्नामेंट से जुड़ा था, टूर्नामेंट की लोकप्रियता के आधार पर देश के शीर्ष स्मार्टफोन ब्रांडों में से एक बन गया।
एक युवा ब्रांड के रूप में, मौजूदा और संभावित ग्राहकों के साथ एक बंधन बनाना अनिवार्य है। आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप के पीछे यही विचार था। टाइटल स्पॉन्सर होने से वीवो देश भर में एक बड़ा ब्रांड रिकॉल करने और युवाओं से जुड़ने में मदद मिली।
अनुसंधान एजेंसी इप्सोस की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, Vivo IPL सीजन के दौरान सबसे ज्यादा याद किया जाने वाला ब्रांड था। हमें अपने ब्रांड एंबेसडर रणवीर सिंह के साथ आईपीएल सीजन के दौरान लांच किए गए हमारे TVC अभियान से भी शानदार प्रतिक्रिया मिली। इन सभी ने भारत में विवो के ब्रांड रिकॉल को सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा दिया, जिसके परिणामस्वरूप वीवो के उत्पादों में रुचि और बिक्री में वृद्धि हुई।
देशभक्ति की भावना के साथ आईपीएल से टाटा समूह के उत्पादों को होगा जबरदस्त फायदा
टाटा समूह के लिए भी यह अवसर बहुत अच्छा है। कंपनी के अंदरूनी सूत्र के अनुसार, "नए जमाने की कंपनी और एक मजबूत उपभोक्ता-केंद्रित इकाई होने के लिए बहुत गंभीर हो रहा है, जो न केवल आंतरिक रूप से अपने पुराने ढांचे से बाहर निकलने के लिए तैयार है। विपणन संचार में भी बदलाव की प्रक्रिया है। ”
इसे प्राप्त करने के लिए टाटा समूह ने अपने सभी उपभोक्ता व्यवसायों तक पहुंच को सक्षम करने, डिजिटल प्लेटफॉर्म में निवेश बढ़ाने और युवा उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए फैशन और मेकअप व्यवसायों को नया रूप देने के लिए एक अम्ब्रेला ऐप लॉन्च करने के अपने इरादे को पहले ही सार्वजनिक कर दिया है।

युवाओं में बढ़ेगा Tata Neu का क्रेज
टाटा समूह की सुपर-ऐप जल्द ही लांच होने वाला है। इस सुपर एप Tata Neu में उत्पादों और सेवाओं के अपने मौजूदा पोर्टफोलियो में जोड़ने के लिए कंपनियों का अधिग्रहण कर रहे हैं। आईपीएल एक सुअवसर है। वित्त विशेषज्ञ अजय कुमार श्रीवास्तव कहते हैं, चीनियों के प्रति सामान्य घृणा को ध्यान में रखते हुए टाटा का आना एक स्वागत योग्य कदम है। टाटा के डिजिटल में इतने अधिक एक्शन के माध्यम से ब्रांड के 'यंग-इफाइंग' में आने के साथ टाइटल स्पॉन्सरशिप उनके लिए अच्छा होगा।
उपभोक्ताओं के साथ आत्मीयता बढ़ाने का मौका
ब्रांड विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि समूह के लिए अपने नए अधिग्रहणों, विशेष रूप से एयर इंडिया को मजबूती से स्थापित करने और उपभोक्ता आत्मीयता बढ़ाने का अवसर आ गया है। यह अपने ऑटो व्यवसाय को निरंतर घाटे से बाहर निकालने के लिए एक बहुत ही आवश्यक अवसर की तरह दिखता है। एक ब्रांड विश्लेषक ने नाम न छापने की शर्तों पर, कहते हैं “टाटा समूह शेयर बाजार में एक मजबूत ताकत है, लेकिन सभी जानते हैं कि पिछले कई वर्षों से इसके अधिकांश व्यवसाय कैसे घाटे में चल रहे हैं और कोविड ने निश्चित रूप से स्थिति में मदद नहीं की है।
समूह को अपनी खाता बही में पुनरुद्धार की सख्त जरूरत है और भविष्य पर केंद्रित डिजिटल व्यवसायों और स्वास्थ्य स्टार्टअप में निवेश करके काफी प्रगति कर रहा है। उपभोक्ता जागरूकता बढ़ाने और आत्मीयता बढ़ाने के लिए आईपीएल में निवेश इस दिशा में अगले तार्किक कदम की तरह लगता है। यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि कैसे एक लीगेसी ब्रांड इस तरह की गतिशील लीग के लिए टाइटल प्रायोजक होने के इस अवसर का उपयोग करता है और इसका उनके व्यवसायों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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