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    Tata Group : टाटा के साथ डील के बाद ऑनलाइन फार्मेसी 1 MG की ऐसे बढ़ रही विश्वसनीयता

    By Jitendra SinghEdited By:
    Updated: Mon, 29 Nov 2021 10:08 AM (IST)

    Tata Group भारत में डिजिटल क्रांति का दौर चल रहा है। क्या अंबानी क्या अडानी और क्या टाटा सभी इस जंग में अपने हथियार के साथ उतर चुके हैं। हाल ही में ट ...और पढ़ें

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    Tata Group : टाटा के साथ डील के बाद ऑनलाइन फार्मेसी 1 MG की ऐसे बढ़ रही विश्वसनीयता

    जमशेदपुर : टाटा समूह (Tata Group) जल्द ही ई-कॉमर्स (E Commerce) सेक्टर पर अपने पैर जमाने वाली है। इसके लिए टाटा समूह कई कंपनियों का अधिग्रहण कर रही है। टाटा समूह ने देश की सबसे बड़ी ई-ग्रॉसरी कंपनी, बिग बास्केट (BigBasket) का अधिग्रहण किया। इसके बाद ई-हेल्थ केयर कंपनी 1एमजी (1 MG) के साथ भी डील को फाइनल किया।

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    इस डील के साथ 1एमजी पर देशवासियों का भरोसा कई गुणा बढ़ गया है। यह कहना है 1एमजी के सह संस्थापक गौरव अग्रवाल का। पिछले दिनों एक परिचर्चा में उन्होंने ये बातें कहीं। 1 MG की स्थापना वर्ष 2015 में गौरव, प्रशांत टंडन और विकास चौहान ने की थी। कंपनी ने अपने स्थापना के साथ ही तेजी से ग्रोथ किया और देश के 20 हजार से अधिक पिन कोड पर ई-फार्मेसी, ई-डायग्नोस्टिक्स और ई-कंसल्ट सेवाएं देना शुरू की।

    टाटा ने इसी साल किया था 1 MG का अधिग्रहण

    आपको बता दें कि टाटा संस की सहायक कंपनी टाटा डिजिटल (Tata Digital) ने वर्ष 2021 की शुरूआत में ही 1एमजी में 50 प्रतिशत से अधिक स्टेक अपने नाम किया। इसके बाद डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफार्म को अब टाटा 1एमजी के नाम से जाना जाता है। इस अधिग्रहण पर गौरव का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में ट्रस्ट सबसे बड़ी पूंजी होती है। भारत में टाटा समूह की तुलना कोई ऐसी कंपनी नहीं है जिसका इतना अधिक ट्रस्ट देशवासियों का है।

    सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी कर रहे हैं काम

    गौरव ने बताया कि टाटा ट्रस्ट देश के पिछड़े क्षेत्रों में भी काफी काम कर रही है। टाटा ट्रस्ट न सिर्फ बच्चों की शिक्षा, उनके स्वास्थ्य व गांव की मूलभूत सुविधाओं का विकास करने में पहल कर रही है बल्कि स्थानीय युवाओं को कौशल विकास के लिए दक्ष्य भी कर रही है। हमें खुशी है कि हम उनकी कई योजनाओं में मिलकर काम कर रहे हैं। गौरव का कहना है कि हम जानते हैं कि टाटा समूह के साथ हमारी साझेदारी कंपनी के लिए फायदेमंद होगी और इसलिए ही हमने इस डील को साइन किया। आपको बता दें कि टाटा और 1एमजी के बीच पिछले 18 माह से ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काम कर रही है। उनके बीच हुई इस डील को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

    रिलायंस ने भी इस कंपनी का किया अधिग्रहण

    ऑनलाइन फार्मेसी की एक अन्य कंपनी, नेट मेड्स को अगस्त 2020 में रिलायंस रिटेल ने 620 करोड़ में अधिग्रहण किया। फिर मई 2021 में मेडलाइफ और एक माह बाद डायग्नोस्टिक चेन थायरो केयर को खरीदा। गौरव का मानना है कि ऑनलाइन हेल्थ केयर के क्षेत्र में वर्तमान में मात्र तीन खिलाड़ी मौजूद है जबकि यहां काफी अधिक संभावनाएं है। अब भी देश के 97 फार्मेसी उद्योग ऑफलाइन ही है। भविष्य में टाटा और 1एमजी मिलकर बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए नई पहल कर रहे हैं। क्योंकि जब हम इनोवेशन करते हुए कस्टमर को अपने साथ जोड़ते हैं तो धीरे-धीरे आपका बाजार भी बढ़ता है और मार्केट शेयर में भी बढ़ोतरी होती है।