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    कुड़मी आंदोलन को ले रेलवे स्टेशनों के पास बढ़ाई गई सुरक्षा, यात्री सुविधाओं का पूरा रखा जाएगा ख्याल - जानें कैसी है तैयारी

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 10:22 PM (IST)

    कुड़मी आंदोलन को देखते हुए चक्रधरपुर मंडल हाई अलर्ट पर है। दक्षिण पूर्व रेलवे के 52 स्टेशनों पर सुरक्षा-व्यवस्था को बढ़ा दी गई है। चक्रधरपुर रेल प्रशासन ने आंदोलन को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने पश्चिम बंगाल ओडिशा व झारखंड के मुख्य सचिव पुलिस महानिदेशक व रेल पुलिस महानिदेशक के साथ समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं।

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    नीमडीह में रेलवे स्टेशन-ट्रैक के आसपास बढ़ाई गई सुरक्षा।

    जासं, जमशेदपुर । कुड़मी आंदोलन को देखते हुए चक्रधरपुर मंडल हाई अलर्ट पर है। दक्षिण पूर्व रेलवे के 52 स्टेशनों पर संभावित आंदोलन को देखते हुए स्टेशन व रेलवे ट्रैक के आसपास सुरक्षा-व्यवस्था को बढ़ा दी गई है।

    चक्रधरपुर रेल प्रशासन ने आंदोलन को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने पश्चिम बंगाल, ओडिसा व झारखंड के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक व रेल पुलिस महानिदेशक के साथ समन्वय बनाकर काम कर रही है।

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    आंदोलन के दौरान ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए मंडल के सभी स्टेशनों पर चाय-नाश्ता व पानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। कामर्शियल विभाग ने कांड्रा, बिरराजपुर, गम्हरिया, सीनी व सोनुवा जैसे स्टेशनों पर अपनी टीम को तैनात किया है ।

    ये कंट्रोल रूम को रियल टाइम इंर्फोमेशन देंगे। यदि ट्रेनों को आंदोलन के कारण रद किया जाता है तो संबधित ट्रेनों के टीटीई को निर्देश दिया गया है कि वे यात्रियों की गणना करें ताकि उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके।

    ये उठाए जा रहे हैं एहतियाती कदम

    • -ट्रेनों-पटरियों को अवैध रूप से बाधित करने के प्रयास का जवाब देने के लिए क्यूआरटी गठित की गई है।
    • -वास्तविक समय पर सूचना साझा करने व संयुक्त कार्रवाई के लिए जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों के साथ समन्वय प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है।
    • -रेलवे परिसर में तोड़फोड़ या अनाधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए पटरियों, यार्ड व स्टेशन क्षेत्रों में बढ़ाई गई है गश्ती।
    • -भीड़ एकत्रित करने की पूर्व सूचना के लिए सोशल मीडिया पर रखी जा रही है नजर।
    • -24 घंटे निगरानी व संचार सुनिश्चित करने के लिए सभी मंडल मुख्यालयों में बनाए गए हैं आपातकालीन नियंत्रण कक्ष।
    • -ग्रामीणों व आम जनता को किसी भी गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने से रोकने के लिए चलाया जा रहा है जन जागरूकता कार्यक्रम।

    आंदोलन करने पर होगी गिरफ्तारी

    रेल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आंदोलन से किसी भी तरह का अवरोध उत्पन्न होता है तो रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी व केस करने के लिए अधिकृत है।