Saranda Forest Jharkhand : सारंडा के जंगल को ग्रामीणों से खतरा, पेड़ काट बसाना चाह रहे गांव
Saranda Forest Jharkhand ग्रामीणों ने दूसरी बार जंगल काटने की कोशिश की है। इससे पहले भी एक बार ग्रामीणों ने जंगल की कटाई की थी। वहीं पर बसने के लिए वापस आ थे फिर जंगलों की भी कटाई की।

संवाद सूत्र, मनोहरपुर : सारंडा में जंगल काट कर गांव बसाने के लिए लोग हथियार के साथ कोलभोंगा गांव के पास से ग् सारंडा जंगल में पुनः घुसे। इसकी सूचना से प्रशासन हरकत में आ गई। रविवार को वन विभाग जिला पुलिस व भारी संख्या में सीआरपीएफ जवानों को लेकर जंगल काटने वालों को दबोचने हेतु ससंगदा जंगल के अंकुवा रिजर्व फॉरेस्ट कंपाटमेंट संख्या 48 में छापेमारी की। पर प्रशासन को जंगल काटने वालों को पकड़ने में सफलता हाथ नहीं लगी। वन विभाग, पुलिस व सीआरपीएफ को घटना स्थल पहुंचने से पहले ही जंगल काटने वाले भाग खड़े हुए। घटना स्थल पर जंगल काटने वालों द्वारा झोपड़ी बनाने को लेकर लगाए गए खूंटा बल्ली को प्रशासन द्वारा उखड़ फेंका गया। घटना स्थल पर दर्जन भर अस्थाई चूल्हा जो पत्थर जोड़ कर बनाया गया था वो देखा गया।
इस बार घर झोपड़ी बनाने पहुंचे थे लोग
बीते 10 अप्रैल को सारंडा के कोलभोगा गांव के पास ससंगदा जंगल में 55 अज्ञात लोगों ने 5 दिनों में गांव बसाने की नियत से लगभग 10 हेक्टेयर जंगल काट डाले थे। इस बार वे उसी जमीन पर घर व झोपड़ी बनाने पहुंचे थे। लगभग 50 लोगों को पुलिस ने खदेड़ा है।
दो महीने में दूसरी बार घुसपैठ की कोशिश
जानकारी के अनुसार बीते 3 जून को वन विभाग व पुलिस को सूचना मिली कि मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा अंतर्गत कोलबोंगा के समीप ससंगदा जंगल में विभिन्न गांवों से सैकड़ो लोग जंगल में अवैध कब्जा जमाने की नीयत से दोबारा घुस आए है। तथा जंगल काट कर वहां अवैध गांव बसाने की तैयारी कर रहे है। सूचना के बाद विभाग व पुलिस इसकी पुष्टि किया। रविवार को उच्च अधिकारियों को सूचना देने के बाद आईएफएस प्रजेश जेना , डीएसपी दाउद किड़ो, जराइकेला सीआरपीएफ समादेष्टा वेणु बाबू सुन्नपू, जराइकेला थाना प्रभारी आशीष भारद्वाज, मनोहरपुर थाना प्रभारी अमित कुमार समेत प्रखंड प्रशासन दल बल सहित रविवार दोपहर 12 बजे ससंगदा पहुंचे। परंतु छापेमारी से पूर्व ही सभी ग्रामीण मौके से फरार हो गए। पर घर बनाने को लकड़ी से बनाये गए ढांचे,खाना बनाने को उपयोग में लाये गए चूल्हे को पाया। जिसे मौजूद सुरक्षाकर्मी व वन विभाग की टीम ने मौके पर ही नष्ट कर दिया।
- पिछली बार जंगल काटने वालों को चेतावनी दे छोड़ दिया गया था। उसके बावजूद इस बार वे पुनः जंगल काटने पहुंच गए। जो प्रशासन के पहुंचने से पहले भाग गए। अब उन लोगों पे कोई हमदर्दी नहीं होगी। कानूनी कारवाई होगी। गिरफ्तार भी किए जाएंगे। पूर्व में कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है। अब कारवाई होगी।
- प्रजेश जेना, प्रशिक्षु आईएफएस

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