Move to Jagran APP

Sahitya Akademy Award: संताली लेखक रूपचांद हांसदा, जयराम टुडू एवं अंजलि किस्कू को साहित्य अकादमी पुरस्कार

Sahitya Akademy Award. साहित्य अकादमी द्वारा तीन पुरस्कारों की घोषणा की गई है जिसमें साहित्य अकादमी मुख्य पुरस्कार-2020 साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार-2020 तथा साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार-2020 शामिल है। ये रही साहित्यकारों के बारे में पूरी जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 13 Mar 2021 11:29 AM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 09:21 AM (IST)
Sahitya Akademy Award: संताली लेखक रूपचांद हांसदा, जयराम टुडू एवं अंजलि किस्कू को साहित्य अकादमी पुरस्कार
अंजलि किस्कू को मिलेगा संथाली साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार।

जमशेदपुर, जासं। साहित्य अकादमी द्वारा तीन पुरस्कारों की घोषणा की गई है, जिसमें साहित्य अकादमी मुख्य पुरस्कार-2020, साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार-2020 तथा साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार-2020 शामिल है।

loksabha election banner

संताली भाषा साहित्य के लिए रूपचांद हांसदा को उनकी कविता संग्रह पुस्तक “गुड़ दाक् कासा दाक्” (गुड़ पानी कसैला पानी) के लिए यह सम्मानित पुरस्कार साहित्य अकादमी मुख्य पुरस्कार-2020 प्रदान किया जा रहा है। जयराम टुडू को भोंज कुल भुरका: इपिल सुनाराम सोरेन (भोंज का शेर ध्रुव तारा सुनाराम सोरेन) की जीवनी के लिए साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार-2020 और अंजली किस्कू को उनकी कविता संग्राह “अंजले” के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार-2020 प्रदान किया जाएगा।

ये है रूपचांद हांसदा का सफर

रूपचांद हांसदा का जन्म 22 फरवरी 1962 को बांदवान जिला (प.बंगाल) राज्य अंतर्गत कायरा गांव में हुआ था। हांसदा 25 वर्षों तक ऑल इंडिया संताली राइटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं। साहित्य अकादमी नई दिल्ली में संताली मंडल के प्रथम सलाहकार सदस्य व संताली अकादमी बोर्ड के भी सदस्य रहे हैं। उन्होंने अब तक 150 से भी ज्यादा राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों को संबोधित कर चुके हैं। उन्होंने आकाशवाणी से कई बार वक्तव्य देने का गौरव प्राप्त किया है, वह वर्तमान में बिड़ला फाउडेशन आवार्ड कमिटी (संताली) के संयोजक हैं. अबतक उन्हें गुरु गोमके पं. रघुनाथ मुर्मू सम्मान पुरस्कार 2018, साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया जा चुका है।

लिखी कइ किताबें

रूपचांद हांसदा ने कई पुस्तकों की रचना तथा प्रकाशन किया जिसमें शाबार्दी (कविता), ईञ बाबा नायके हांसदा आर कायरा आतु (जीवनी), कवि शारदा प्रसाद किस्कू (जीवनी), संताली रोनोड़, बंगला संताली अड़ा माला(शब्दकोश), श्रीमद भगवत गीता (अनुवाद), मिद् जोड़ कोलोम (अनुवाद), वचन, बिब्लोग्राफी ऑफ संताली राइटर्स (भाग-1, भाग-2), सेन दाड़े याक् आञ मेन्खान चेदाक्. उसके साथ-साथ उसने निम्नलिखित पुस्तकों का सम्पादन तथा प्रकाशन किया, जिसमें मोड़े सिञ मोड़े ञिदा भाग-1, भाग-2, हिहिड़ी-पीपीड़ी, ओनोड़हे मोहोक(कविता), संताली ओनोल माला (चयनित निबन्ध), जियोन गाडा(लघु कहानी), जियोन हेलेक (लघु कथा), सोरेस हिंदी कहनी माला, इंसाक्लोपिडिया ऑफ इंडियन लिटरेचर 4 भाग, मन्तार (पत्रिका), खेरवाड़डाहार(पत्रिका), तेतरे (पत्रिका) आदि प्रमुख हैं।

बाल साहित्य के लिए जयराम टुडू को मिलेगा सम्मान

ओडिशा स्थित राउरकेला निवासी जयराम टुडू को भोंज कुल भुरका: इपिल सुनाराम सोरेन (भोंज का शेर ध्रुव तारा सुनाराम सोरेन) जीवनी के लिए साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार-2020 प्रदान किया जाएगा। इनका जन्म 12 अक्टूबर 1964 को मयूरभंज (ओडिशा) स्थित मंधाबानी गांव में हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा जगन्नाथपुर स्थित एलपी स्कूल, बाती हिंजा मिडिल स्कूल व सर गांधी हाईस्कूल राउरकेला से हुई। एमसीपी कॉलेज बारीपदा से आगे की पढ़ाई की, जबकि बारीपदा से ही आईटीआई और राउरकेला लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की, जबकि स्नातकोत्तर संबलपुर विश्वविद्यालय से किया। उन्होंने विभिन्न पुस्तकों की रचना की, जिसमें सारना धोरों बोंगा बुरु, जानम पारसी अड़ाङ, लुगु बुरु घंटा बाड़ी, बाबा तिलका माझी, अरहों पांडुलिपि दो तोंगे मेनाक् गेया आदि प्रमुख हैं।

अंजलि को मिलेगा संथाली साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार

पश्चिम बंगाल में पली-बढ़ीं अंजलि किस्कू को उनकी कविता संग्रह “अंजले” के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार-2020 प्रदान किया जाएगा। उनका जन्म 14 जुलाई 1992 को हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एमपी पंचाल बालिका उच्च विद्यालय बांकुड़ा, नेताजी महाविद्यालय आरामबाग हुगली, प.बंगाल से संताली विषय में स्नातक, विश्वभारती विश्वविद्यालय से संताली विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने 2017 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से नेट की परीक्षा उतीर्ण की। फिलहाल वे पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा स्थित स्वामी डीडीके महाविद्यालय, भारा में प्राध्यापक हैं। उनके द्वारा रचित पुस्तक- आंज्ले-2018 (कविता), मिद् बिता(कविता)2020, इपिल (लघु कहनी) आदि हैं। इसके अतिरिक्त उनकी रचनाएं विभिन्न संताली साहित्यिक पत्रिका सिली, सार, उमुल, भाबना आदि में प्रकाशित होती हैं। वर्तमान में वह ऑल इंडिया संताली राइटर्स एसोशिएसन के कार्यकारी समिति की सदस्य हैं।

संताली राइटर्स एसोसिएशन ने दी बधाई

ऑल इंडिया संताली राइटर्स एसोशिएसन ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी है। ये सभी संस्था के सदस्य हैं। इनकी उपलब्धियों पर अध्यक्ष लक्ष्मण किस्कू, महासचिव रबींद्रनाथ मुर्मू, सहायक महासचिव मानसिंह माझी, उपाध्यक्ष पीतांबर माझी, उपाध्यक्ष मदन मोहन सोरेन आदि ने बधाई दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.