Sahara Group: सहारा समूह के 9 डायरेक्टरों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, झारखंड के DGP तक पहुंचा नया पत्र
सहारा इंडिया के निदेशकों पर निवेशकों के 40 हजार करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। झारखंड पुलिस ने उन्हें विदेश जाने से रोकने के लिए डीजीपी को ज्ञापन सौंपा है। सहारा इंडिया के अधिकारियों को झारखंड के निवेशकों को उनकी परिपक्वता राशि चुकाने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की चेतावनी दी गई है।

प्राथमिकी में इन अधिकारियों को बनाया गया है आरोपित
क्राइम ब्रांच नहीं पहुंचे अधिकरी
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इस मामले में क्राइम ब्रांच रांची ने नोटिस जारी कर 31 जनवरी को दो अधिकारियों को कार्यालय बुलाया था। इसमें सहारा इंडिया के निदेशक सह रांची टेरिटरी प्रमुख नीरज कुमार पाल व डिप्टी मैनेजर शैलेंद्र शुक्ला शामिल हैं। -
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शैलेंद्र शुक्ला रांची पहुंचे लेकिन नीरज पाल ने क्राइम ब्रांच को पत्र लिखकर बताया कि उनकी मां की तबीयत खराब है, इसलिए रांची पहुंचने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाए।
निवेशकों को हुआ नुकसान
गौरतलब है कि यह सहारा इंडिया का प्रमुख वित्तीय घोटाला है, जो सहारा इंडिया परिवार द्वारा चलाया गया था। यह घोटाला 2009 में सामने आया था, जब सहारा इंडिया के चेयरमैन सुब्रत राय ने अपनी कंपनी के शेयरों को बेचने के लिए निवेशकों से पैसे इकट्ठा करने का दावा किया था।
हालांकि, बाद में यह पता चला कि सहारा इंडिया ने निवेशकों से पैसे इकट्ठा करने के लिए झूठे और भ्रामक दावे किए थे। कंपनी ने निवेशकों को आश्वासन दिया था कि उनके पैसे सुरक्षित हैं और उन्हें उच्च रिटर्न मिलेगा।
लेकिन वास्तव में, सहारा इंडिया ने निवेशकों के पैसे का दुरुपयोग किया और उन्हें कभी रिटर्न नहीं दिया। इस घोटाले में लाखों निवेशकों को चूना लगाया गया और उन्हें अपने पैसे की क्षति हुई।
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