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    Radhe Yadav: जमशेदपुर के दिग्गज राजद नेता का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 10:31 AM (IST)

    जमशेदपुर के राजद नेता राधे प्रसाद यादव का टाटा मेन अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। उनके निधन पर जदयू विधायक सरयू राय ने दुख जताया और उन्हें राजद का आधारस्तंभ बताया। कुछ समय पहले उनकी पत्नी अंजोरा देवी का भी देहांत हुआ था। उन्होंने दो बार जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उनके निधन से जमशेदपुर में शोक की लहर है।

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    : जमशेदपुर के दिग्गज राजद नेता का निधन

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दिग्गज नेता और पूर्व जिला अध्यक्ष राधे प्रसाद यादव का आज तड़के सुबह 4 बजे टाटा मेन अस्पताल (टीएमएच) में इलाज के दौरान निधन हो गया। यादव लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे।

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    उनके निधन की खबर से राजद कार्यकर्ताओं, स्थानीय नेताओं और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। जमशेदपुर पश्चिमी के जदयू विधायक सरयू राय ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें राजद की नींव का आधारस्तंभ बताया।

    उनके निधन से कुछ समय पहले उनकी पत्नी अंजोरा देवी का भी देहांत हुआ था, जिसने उनके परिवार को दोहरे दुख में डाल दिया है।

    राजनीतिक जीवन का एक युग समाप्त

    राधे प्रसाद यादव जमशेदपुर के राजनीतिक परिदृश्य में एक जाना-माना नाम थे। वे राजद के उन नेताओं में से थे, जिन्होंने पार्टी को स्थानीय स्तर पर मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

    राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए कई आंदोलनों, धरनों और रैलियों में सक्रिय भागीदारी की। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाया।

    राधे यादव ने अपने राजनीतिक करियर में दो बार जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। 1995 में जनता दल के टिकट पर उन्होंने 22,669 वोट (18.6%) हासिल किए, जबकि 2000 में राजद उम्मीदवार के रूप में उन्हें 9,785 वोट (8.89%) मिले।

    हालांकि, वे दोनों बार जीत हासिल नहीं कर सके, लेकिन उनकी मेहनत और जनता के बीच उनकी पहुंच ने उन्हें एक सम्मानित नेता बनाया।

    सामाजिक और संगठनात्मक योगदान

    राधे प्रसाद यादव का योगदान केवल राजनीति तक सीमित नहीं था। वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय थे और समाज के कमजोर वर्गों के लिए हमेशा आवाज उठाते थे। राजद की सलाहकार समितियों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी, जहां वे संगठन की रणनीतियों को तैयार करने में मदद करते थे।

    उनकी सादगी और कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद उन्हें एक जननेता बनाता था। स्थानीय कार्यकर्ताओं के अनुसार, राधे यादव हमेशा कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनते और उनके समाधान के लिए प्रयास करते थे।

    जदयू विधायक सरयू राय का भावुक बयान

    जमशेदपुर पूर्वी के जदयू विधायक सरयू राय ने राधे प्रसाद यादव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, राधे बाबू नहीं रहे। सुबह 4 बजे उन्होंने नश्वर संसार से विदा ले लिया। अस्पताल जाकर उनकी स्मृति को प्रणाम किया। आधारस्तंभ ढहने जैसा खालीपन महसूस हो रहा है।

    राधे बाबू जमशेदपुर में राजद की नींव थे, सर्वप्रिय थे। उनका एहसान हमेशा याद रहेगा। ईश्वर पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान दें। सरयू राय ने राधे यादव को एक समर्पित और सर्वप्रिय नेता बताते हुए कहा कि उनका जाना न केवल राजद के लिए, बल्कि पूरे जमशेदपुर के लिए अपूरणीय क्षति है।

    लंबी बीमारी और निधन

    राधे प्रसाद यादव पिछले कुछ समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उन्हें इलाज के लिए टाटा मेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डाक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर बताया था।

    आज तड़के सुबह 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सुनते ही अस्पताल के बाहर कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ जमा हो गई।

    परिवार पर दोहरा दुख

    राधे प्रसाद यादव के निधन से पहले उनकी पत्नी अंजोरा देवी का भी हाल ही में निधन हुआ था। इस दोहरे दुख ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।

    उनके परिवार में उनके बच्चे और अन्य रिश्तेदार हैं, जो इस मुश्किल समय में एक-दूसरे का सहारा बन रहे हैं। स्थानीय लोग और कार्यकर्ता उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।

    राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया

    राधे प्रसाद यादव के निधन की खबर सुनते ही राजद के कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया। राजद के स्थानीय नेताओं ने उन्हें एक समर्पित और जुझारू नेता बताते हुए कहा कि उनका जाना पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है।

    राजद नेता बलदेव सिंह ने भावुक होते हुए कहा, राधे जी हमेशा हमारे बीच एक मार्गदर्शक की तरह रहे। उनकी कमी को कभी भरा नहीं जा सकता। राधे प्रसाद यादव का अंतिम संस्कार सोमवार को ही स्वर्णरेखा घाट पर किया जाएगा।

    जमशेदपुर में शोक की लहर 

    राधे प्रसाद यादव के निधन से जमशेदपुर में शोक की लहर छा गई है। स्थानीय लोग उन्हें एक सच्चे जनसेवक के रूप में याद कर रहे हैं।

    उनके समर्थकों का कहना है कि राधे यादव ने हमेशा समाज के हित में काम किया और उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी। जदयू विधायक सरयू राय सहित कई नेताओं ने उनके निधन को एक युग का अंत बताया।

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