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    रांची, जामताड़ा के बाद जमशेदपुर में सबसे ज्यादा महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार, NCRB के आंकड़े कर देंगे हैरान

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 12:28 PM (IST)

    जमशेदपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़े हैं जिससे यह राज्य में तीसरे स्थान पर है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार घरेलू हिंसा के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। वन स्टॉप सेंटर में मदद के लिए आने वाली महिलाओं में से 90% घरेलू हिंसा की शिकार हैं। घाटशिला और बहरागोड़ा में नए सेंटर खुलने से ग्रामीण महिलाओं को मदद मिलेगी।

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    जमशेदपुर में सबसे ज्यादा महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार

    संजीव कुमार, जमशेदपुर। महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले में जमशेदपुर झारखंड में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 6,652 मामले दर्ज हुए। इनमें रांची और जामताड़ा के बाद जमशेदपुर तीसरे नंबर पर है।

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    महिलाओं के खिलाफ अपराध दर (प्रति लाख जनसंख्या पर) जमशेदपुर में 38.1% है, जो राष्ट्रीय औसत 66.4% से कम जरूर है, लेकिन घरेलू हिंसा के मामले यहां लगातार बढ़ रहे हैं।

    बीते एक साल में ही 100 से ज्यादा महिलाएं मदद के लिए वन स्टॉप सेंटर पहुंचीं। इन मामलों में ज्यादातर शिकायतें भावनात्मक और मानसिक प्रताड़ना, शारीरिक हिंसा और घर से बाहर निकालने की धमकी से जुड़ी थीं।

    90% महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार

    पूर्वी सिंहभूम जिले में संचालित वन स्टाप सेंटर में पिछले पांच वर्षों में तकरीबन 550 महिलाएं मदद के लिए पहुंचीं। इनमें से करीब 90% महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार थीं।

    घाटशिला और बहरागोड़ा में खुलेंगे नए सेंटर

    वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक सह काउंसलर नीतू सिन्हा ने बताया कि जल्द ही घाटशिला और बहरागोड़ा में भी वन स्टॉप सेंटर शुरू किए जाएंगे। यहां पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे आश्रय, काउंसलिंग, चिकित्सा सुविधा और पुलिस सहायता मिलेगी।

    उन्होंने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं संकोच या संसाधनों के अभाव में शिकायत दर्ज नहीं करा पातीं। नए सेंटर उनके लिए सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम साबित होंगे।

    कर्मचारी नहीं, भवन भी असुविधाजनक

    वर्तमान में रेडक्रॉस भवन की ऊपरी मंजिल में अस्थायी रूप से चल रहे वन स्टाप सेंटर में केवल दो स्थायी कर्मचारी हैं-एक काउंसलर सह केंद्र प्रशासक और एक ऑपरेटर। जबकि यहां 12 पद स्वीकृत हैं। इसके अलावा पांच कर्मी प्रतिनियुक्ति पर काम कर रहे हैं। भवन ऊपरी मंजिल पर होने से यहां आने वाली दिव्यांग और पीड़ित महिलाओं को भारी दिक्कत होती हैं।

    एनसीआरबी के मुताबिक, जमशेदपुर का अपराध दर भले ही राष्ट्रीय औसत से कम है, लेकिन घरेलू हिंसा के मामलों की अधिकता चिंताजनक है। कर्मचारी की कमी और असुविधाजनक भवन सेंटर की कार्यक्षमता पर सवाल उठाता है। घाटशिला और बहरागोड़ा में नए सेंटर खुलने से ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को तुरंत और बेहतर मदद मिल सकेगी।

    साल-दर-साल बढ़ते मामले

    वर्ष                  मामले

    2019-20          200

    2020-21          131

    2021-22          171

    2022-23          141

    2023-24          151

    वर्ष 2024 (अब तक दर्ज मामले)

    घरेलू हिंसा : 110

    दुष्कर्म : 03

    दहेज उत्पीड़न : 01

    गुमशुदा : 01

    साइबर अपराध : 05

    धोखाधड़ी : 01

    अन्य : 03

    महिलाओं को हरसंभव सहायता देने की कोशिश की जाती है। अब वन स्टाप सेंटर महिला हेल्पलाइन नंबर 181 से भी जुड़ गया है, ताकि कोई भी महिला तुरंत मदद पा सके। -नीतू सिन्हा, केंद्र प्रशासक सह काउंसलर, वन स्टाप सेंटर