रतन टाटा, दलाई लामा व जॉर्ज क्लूनी के साथ आई ऋचा चड्ढा, पीपुल्स वैक्सीन मूवमेंट में Pope Francis के साथ जुड़ी
Corona Vaccination कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दुनिया भर के सेलेब्रिटी एक मंच पर आए हैं। इसमें रतन टाटा दलाई लामा पोप फ्रांसिस नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला के साथ अब बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा भी जुड़ चुकी है।
जमशेदपुर, जासं। ऐसे समय में जब देश में कोरोना महामारी ने कहर बरपा रखा है, टीके निस्संदेह महत्वपूर्ण निभा रहे हैं। यह सभी के लिए उपलब्ध होना चाहिए। हालांकि, सच्चाई यह है कि पहले से उत्पादित टीकों में से केवल दो प्रतिशत ने ही इसे कम आय वाले देशों में बनाया है, जबकि 87 प्रतिशत ने अमीर देशों में लाखों लोगों को टीका लगाया है।
दुनिया भर के इस अभियान से जुड़े, 13 लाख लोगों ने किया हस्ताक्षर
इस टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए पीपुल्स वैक्सीन मूवमेंट चल रहा है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा भी समर्थन कर रही हैं। इस अभियान को पोप फ्रांसिस, दलाई लामा, आर्कबिशप डेसमंड टूटू, प्रिंस हैरी एंड मेघन, मलाला, गॉर्डन ब्राउन, रतन टाटा, जॉर्ज क्लूनी, स्टीफन फ्राई, एनी लेनोक्स जैसी सैकड़ों हाई-प्रोफाइल हस्तियों का समर्थन प्राप्त है। ट्रेवर नूह, रिचर्ड ब्रैनसन, फॉरेस्ट व्हिटेकर, प्रो. मुहम्मद यूनुस और मार्क रफालो समेत 13 लाख से अधिक लोगों के साथ इसमें हस्ताक्षर किया है। दवा कंपनियों को कोविड-19 टीकों पर पेटेंट को निलंबित करने के लिए एक वैश्विक मांग हो रही है कि दुनिया भर में टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए टीका मुफ्त और सुलभ किया जाए।
सामाजिक मुद्दों पर मुखर रही है ऋचा चड्ढा
इस आंदोलन के साथ हाल ही में ऋचा चड्ढा जुड़ी हैं। इस प्रतिभाशाली अभिनेत्री को सामाजिक मुद्दों के प्रति मुखर होने और महत्वपूर्ण मुद्दों की वकालत करने के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि इस आंदोलन में उनका समर्थन भारी वजन और समर्थन जोड़ना सुनिश्चित करता है।
टीका सबको मुफ्त मिले : ऋचा
ऋचा कहती हैं कि मैं पीपुल्स वैक्सीन मूवमेंट के समर्थन में हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि टीकों के लिए पैसे लेने से कई लोग हतोत्साहित होंगे। इससे वैक्सीन की पहुंच भी कम होगी। कोई गलती न करें, हम सब इसमें एक साथ हैं। कोरोनावायरस से बचाव के लिए कोई नहीं छूटना चाहिए। हमें अपनी पूरी आबादी का टीकाकरण करना चाहिए, वरना वायरस का संक्रमण मौजूदा टीकों को अप्रासंगिक बना देगा।
ऋचा बोली, पेटेंट को रद या निलंबित कराने का होगा प्रयास
अंतरराष्ट्रीय यात्रा को पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है। हम कम से कम पेटेंट को रद या निलंबित करा सकते हैं। इस अभियान के जरिए इस मामले में सरकार पर जनता का दबाव बनाने की जरूरत है। इस कारण से मैं आप सभी से भी इस पर हस्ताक्षर करने का आग्रह करती हूं, क्योंकि यह एक ऐसा बदलाव है जो लाखों भारतीयों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।