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    पोटका में बारिश का कहर; दीवार गिरने से परिवार के चार लोग मलबे में दबे

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 05:18 PM (IST)

    पोटका में लगातार बारिश से मिश्री गोप का परिवार तबाह हो गया। 17 मार्च 2025 को ओलावृष्टि से घर पहले से ही जर्जर था पर मुआवजा नहीं मिला। शुक्रवार रात दीवार गिरने से मिश्री गोप और उनकी पत्नी घायल हो गए जिन्हें ग्रामीणों ने एमजीएम में भर्ती कराया। पंचायत कर्मी विनय कृष्णा गोप और उप मुखिया रामेश्वर सरदार ने मदद की कोशिश की।

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    लगातार बारिश से गिरी घर की दीवार। फोटो जागरण

    संवाद सूत्र, पोटका। लगातार हो रही बारिश मिश्री गोप के परिवार के लिए कहर बरपाया। पहले से ही 17 मार्च 2025 को तेज तूफान के साथ ओलावृष्टि के कारण घर जर्जर अवस्था में था। मुआवजा को लेकर आवेदन किया गया था।

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    इसके बावजूद मिश्री गोप के परिवार को कोई सरकारी सहायता नहीं मिल पाई। वहीं लगातार बारिश के कारण शुक्रवार की रात के 12:00 बजे अचानक घर का दीवार गिरने से मिश्री गोप का पूरा परिवार दब गया।

    स्थानीय लोगों के कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे परिवार को बाहर निकाला जा सका, जिसके कारण मिश्री गोप एवं उसकी पत्नी भवानी गोप घायल हो गई। इस दौरान पंचायत के झामुमो कार्यकर्ता विनय कृष्णा गोप एवं उप मुखिया रामेश्वर सरदार द्वारा 108 एंबुलेंस को लेकर कई बार संपर्क किया गया मगर ड्राइवर उपलब्ध नहीं होने के कारण 108 एंबुलेंस का सहायता नहीं मिल पाया।

    इसके बाद ग्रामीणों द्वारा निजी वाहन से गंभीर रूप से घायल मिश्री गोप एवं उनकी पत्नी भवानी गोप को एमजीएम में भर्ती कराया गया, जहां मिश्री की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

    घर पर दो बच्चे को हल्की चोटें आई है। उप मुखिया द्वारा पोटका सीओ को घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद हल्का कर्मचारी दिग्विजय सिंह द्वारा पीड़ित परिवार को दो तिरपाल मुहैया कराया गया।

    इन बच्चों को अब तक भोजन आदि की व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके कारण बच्चे दूसरे के आसरा में हैं। वहीं 17 मार्च को आए भयंकर आंधी एवं ओलावृष्टि के कारण धिरोल पंचायत में प्रकाश उरांव एवं फुली उरांव एवं एक अन्य परिवार 17 मार्च 2025 से बेघर हो चुके हैं।

    यह परिवार दूसरे के घर आसरा लिए हुए हैं। घटना की छह माह बाद भी इन परिवारों को किसी तरह का सरकारी सहायता नहीं मिल पाया है। उप मुखिया रामेश्वर सरदार ने तत्काल पीड़ित परिवारों को मुआवजा एवं आवास उपलब्ध कराने के साथ-साथ भोजन आदि की व्यवस्था की मांग की है।