पर्यावरण कार्यकर्ता जमुना टुडू को आया राष्ट्रपति का बुलावा, स्वतंत्रता दिवस समारोह में होंगी शामिल
पर्यावरण कार्यकर्ता जमुना टुडू को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। डाक विभाग के अधिकारियों ने उनके आवास पर निमंत्रण पत्र सौंपा। जमुना टुडू महिलाओं को संगठित कर दो दशक से जंगल बचाने का काम कर रही हैं। उनके प्रयासों से क्षेत्र में साल के घने जंगल लहलहा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, चाकुलिया। पर्यावरण कार्यकर्ता पद्मश्री जमुना टुडू को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने निमंत्रण पत्र भेजा गया है। जिसके बाद वह 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले समारोह में शामिल होंगी।
शनिवार को डाक विभाग के अधिकारियों ने जमुना टुडू के काकड़ीशोल स्थित आवास पर जाकर राष्ट्रपति भवन द्वारा भेजा गया निमंत्रण पत्र सौंपा। इनमें डाक विभाग जमशेदपुर अंचल के निरीक्षक विशाल चौबे, डाक सहायक निशांत कुमार व पोस्टमैन प्रद्युत जेना शामिल थे। पद्मश्री जमुना टुडू ने निमंत्रण के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आभार प्रकट किया है।
विदित हो कि चाकुलिया प्रखंड के मुटुरखाम गांव के बेड़ाडीह टोला निवासी जमुना टुडू महिलाओं को संगठित कर जंगल बचाने का काम विगत दो दशक से अधिक समय से कर रही हैं। उनके द्वारा गठित महिला वन सुरक्षा समिति के सदस्य जंगल काटने वालों से भिड़ जाती हैं।
जमुना एवं उनके सहयोगियों पर वन माफियाओं द्वारा पर कई बार हमला भी किया जा चुका है। महिलाओं के प्रयास से इस क्षेत्र में साल के घने जंगल लहलहा रहे हैं। पर्यावरण के लिए किए गए उनके काम के चलते उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया है।
मूल रूप से उड़ीसा के रायरंगपुर जिला निवासी जमुना टुडू का विवाह चाकुलिया प्रखंड के मुटुरखाम निवासी मानसिंह टुडू के साथ हुआ था। विवाह के बाद से ही वे अपने ससुराल में लगातार महिलाओं को एकजुट कर जंगल की सुरक्षा में जुट गई थीं। क्षेत्र में उन्हें लेडी टार्जन के नाम से भी जाना जाता है।
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