झारखंड में चलती ट्रेन से चावल चोरी, रेलवे गोदाम भी सुरक्षित नहीं; आखिर कौन चला रहा संगठित गिरोह?
चक्रधरपुर रेल मंडल के सोनुवा और लोटापहाड़ स्टेशनों के बीच एक मालगाड़ी से लाखों रुपये का चावल चोरी हो गया जिसमें संगठित चोर गिरोह का हाथ होने का संदेह है। उधर टाटानगर गुड्स शेड से चावल चोरी के एक पुराने मामले में आरोपी दो रेलकर्मियों को कोर्ट से जमानत मिल गई है जबकि एफसीआई के दो अधिकारियों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर/ चाइबासा (सोनुवा)। चक्रधरपुर रेल मंडल के सोनुवा और लोटापहाड़ स्टेशनों के बीच एक खड़ी मालगाड़ी से लाखों रुपये के चावल की चोरी हो गई। अज्ञात चोरों ने मालगाड़ी के तीन डिब्बों का लॉक तोड़कर दर्जनों चावल की बोरियां चुरा लीं।
घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने जांच शुरू कर दी है। पहले भी इस तरह के वारदात में सुरक्षा एजेंसी सिंडिकेट तक नहीं पहुंच सकी है। इधर टाटानगर गुड्स शेड से चावल चोरी के मामले में आरोपित दो रेलकर्मियों को कोर्ट से जमानत मिल गई है।
आरपीएफ को मिले बिखरे बोरे, जांच जारी
चक्रधरपुर आरपीएफ थाना प्रभारी कमलेश कुमार अपनी टीम के साथ मंगलवार को मौके पर पहुंचे थे और घटनास्थल का जायजा लिया था।
आईबी सिग्नल के पास झाड़ियों और रेल ट्रैक के किनारे चावल के कई बोरे बिखरे हुए मिले। आरपीएफ ने घटनास्थल से 15 से 20 चावल की बोरियां बरामद की हैं। चोरों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
संगठित गिरोह का हाथ होने का संदेह
यह घटना आसनतालिया गांव के पास डाउन रेल लाइन पर किलोमीटर पोल संख्या 327/4 के पास हुई। अधिकारियों का मानना है कि यह किसी संगठित चोर गिरोह का काम है, क्योंकि चोरों ने योजनाबद्ध तरीके से तीन डिब्बों का ताला तोड़ा और बोरियों को रेल लाइन के किनारे गिरा दिया। इसके बाद वे वाहन के जरिए चोरी का माल लेकर फरार हो गए।
गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले भी इसी रूट पर चावल, सीमेंट और अन्य सामानों से लदी मालगाड़ियों को इसी तरह निशाना बनाया जाता था।
सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी कार्रवाई के बाद ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगा था, लेकिन अब एक बार फिर गिरोह के सक्रिय होने से रेल प्रशासन और सुरक्षा बलों की चिंता बढ़ गई है। फिलहाल, पुलिस आसपास के इलाकों में संदिग्ध वाहनों और आरोपियों की तलाश कर रही है।
चावल चोरी मामले में दो रेलकर्मियों को जमानत
इधर टाटानगर गुड्स शेड से चावल चोरी के मामले में आरोपित दो रेलकर्मियों को कोर्ट से जमानत मिल गई है। जबकि एफसीआइ के इंचार्ज विश्वजीत मुखर्जी व ए शाह की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।
टाटानगर गुड्स शेड से एक वैगन चावल की चोरी हो गई थी जिसमें 1400 बोरी चावल थे। इस मामले में पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर में संबधित पार्टी ने मामला दर्ज कराया गया था, जिसमें टाटानगर आरपीएफ ने जांच करते हुए कॉमर्शियल विभाग के दो सुपरवाइजर मुकेश कुमार व सूरज कुमार को आरोपी बनाया था।
इसके बाद से दोनों रेलकर्मी घाघीडीह जेल में बंद थे। बुधवार को मंजू कुमारी के जमशेदपुर कोर्ट में मामले में सुनवाई हुई जिसमें रेलकर्मियों की ओर से उनके अधिवक्ता ने जमानत की अपील की थी।
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