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    Jharkhand Lockdown Effect: 46 दिनों से बंद है बसों का परिचालन, व्यापार में करोड़ों का नुकसान

    By Rakesh RanjanEdited By:
    Updated: Wed, 02 Jun 2021 10:54 PM (IST)

    Jharkhand Lockdown कोविड 19 के सेकेंड वेव के कारण 16 अप्रैल से राज्य स्तरीय व अंतराज्यीय बसों के पहिए थम गए। इसके कारण 46 दिनों में बस परिवहन व्यापार में शामिल उद्यमियों के व्यापार में 100 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।

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    बस मालिक सरकार से राहत की मांग कर रहे हैं।

    जमशेदपुर, जासं। कोविड 19 के सेकेंड वेव के कारण 16 अप्रैल से राज्य स्तरीय व अंतराज्यीय बसों के पहिए थम गए। इसके कारण 46 दिनों में बस परिवहन व्यापार में शामिल उद्यमियों के व्यापार में 100 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। ऐसे में बस मालिक रोड टैक्स माफ करने और उनके लिए कुछ राहत पैकेज देने की घोषणा की उम्मीद झारखंड सरकार से लगाए बैठे हैं।

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    जमशेदपुर से हर दिन 450 बसों का परिचालन होता था। यहां से बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, बेंगलुरू सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के लिए भी बसें चलती थी। लेकिन कोविड वायरस ने बसों के पहियों पर ब्रेक लगा दिया। ऐसे में बस के ड्राइवर, कंडक्टर और खलासी घर बैठ गए। परिवार चलाने के लिए कुछ बस ड्राइवर अब ईंट व बालू के ट्रक चला रहे हैं तो कुछ खलासी व कंडक्टर सब्जी बाजार में ठेला खीच रहे हैं। लेकिन जो अब भी अपने मालिक के साथ बने हुए हैं उनका घर चलाने की जिम्मेदारी भी बस संचालकों पर ही आ गई है। बस मालिकों को अब सरकार से अनलॉक के आदेश का इंतजार है जब बस फिर से सामान्य दिनों की तरह दाैड़ने लगे।

    रोड टैक्स माफ करे सरकार

    बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शर्मा का कहना है कि झारखंड सरकार दूसरे राज्यों की तर्ज पर उनका भी रोड टैक्स माफ करे। हमें हर तीन माह में प्रति बस 8256 रुपये रोड व एडिशनल टैक्स देना पड़ता है। कोविड 19 में राज्य सरकार को कम से कम इतनी रियायत तो करनी चाहिए।

    बैंकों की ईएमआई देर से भरने पर नहीं लगे पेनाल्टी

    एक बस संचालक का कहना है कि बस नहीं चलने से व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। ऐसे में सरकार को भी चाहिए कि देर से ईएमआई भरने पर लगने वाली पेनाल्टी को हटाए और तीन माह तक ईएमआई में रियायत दें। हमने ऋण लिया है उसे चुकाएंगे भी लेकिन कोविड 19 की विपरित परिस्थिति में कुछ मदद सरकार से भी मिलनी चाहिए क्योंकि कई परिवार हम पर निर्भर है।

    इनकी सुनें

    जमशेदपुर से हर दिन 450 बसें राज्य सहित दूसरे राज्यों के लिए चलती थी लेकिन 16 अप्रैल से हुए लॉकडाउन की वजह से व्यापार पूरी तरह से बंद है। सरकार हमें राहत देते हुए मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार की तर्ज पर कम से कम रोड टैक्स को माफ करें।

    -उदय शर्मा, अध्यक्ष, जमशेदपुर बस ऑनर्स एसोसिएशन

     बसों का परिचालन बंद होने से कर्मचारियों का वेतन, रोड टैक्स, बैंक की ईएमआई का बोझ हम पर है। सरकार को हम बस मालिकों की भी सुध लेनी चाहिए।

    -विनोद कुमार गुप्ता, बस संचालक।

    ये भी जानें

    • बसों का परिचालन रुकने से परिवहन व्यापार को 100 करोड़ रुपये से अधिक का हो चुका है नुकसान
    • 450 बसें हर दिन चलती थी जमशेदपुर डिपो से
    • 8256 रुपये देना होगा रोड व एडिशनल टैक्स, बसों का परिचालन नहीं होने से माफ करे सरकार

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