जमशेदपुर की ऐसी कंपनी जहां ठेका मजदूरों का भी होता है ग्रेड रिवीजन, जानिए
यह ऐसी कंपनी है जहां स्थायी कर्मियों की भांति ठेका मजदूरों का भी तीन साल में समझौता होता है। न्यूवोको विस्टास कार्प जोजोबेड़ा सीमेंट प्लांट में स्थायी कर्मचारियों का पिछले दिनों ग्रेड रिवीजन हुआ है अब ठेका मजदूरों का नया वेज करने की कवायद शुरू है।
अरविंद श्रीवास्तव, जमशेदपुर : न्यूवोको विस्टास कार्प जोजोबेड़ा सीमेंट प्लांट के ठेका मजदूरों का वेज रिवीजन पिछले एक साल से लंबित है। एक जनवरी 2022 से ठेका मजदूरों का ग्रेड लंबित हो गया है। यह ऐसी कंपनी है जहां स्थायी कर्मियों की भांति ठेका मजदूरों का भी तीन साल में समझौता होता है।
स्थायी कर्मचारियों का पिछले दिनों ग्रेड रिवीजन हुआ है, अब ठेका मजदूरों का नया वेज करने की कवायद शुरू है। इसे लेकर कंपनी प्रबंधन, कंपनी की मान्यता प्राप्त लाफार्ज इम्पलाइज यूनियन व ठेका मजदूरों की सीमेंट कामगार यूनियन के बीच लगातार वार्ता चल रही है। इस मसले पर सोमवार को भी एक बैठक होने वाली है। वार्ता में कंपनी प्रबंधन व यूनियन के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
इसी माह समझौता होने की उम्मीद
सीमेंट कामगार यूनियन के महासचिव अंबुज कुमार ठाकुर ने कहा कि ठेका मजदूरों का ग्रेड रिवीजन यहां एक साल से लंबित है। प्रबंधन के साथ उनकी लगातार वार्ता चल रही है, इसी माह समझौता होने की उम्मीद है। यूनियन के करीब 500 ठेका मजदूर सदस्य हैं। वहीं कंपनी में 1000 से ज्यादा ठेका मजदूर पावर प्लांट के प्रोजेक्ट में कार्यरत हैं।
ठेका मजदूरों का होता वेतन पुनरीक्षण
न्यूवोको विस्टास कार्प शहर की ऐसी कंपनी है जहां स्थायी कर्मचारियों की तरह ठेका मजदूरों का ग्रेड रिवीजन होता है। स्थायी कर्मचारियों की तर्ज पर यहां भी तीन साल में ठेका मजदूरों का वेतन पुनरीक्षण किया जाता है। ठेका कर्मचारियों को किसी तरह की समस्या होने के बाद वह अपने यूनियन के पास उसे पहुंचाते हैं, फिर यूनियन के नेता प्रबंधन के साथ बातचीत कर उनकी समस्या से निजात दिलाते हैं।
काम से नहीं हटाए जाते ठेका कर्मी
न्यूवोको के ठेका मजदूरों को काम से नहीं हटाया जा सकता । शहर की अन्य कंपनियों में जहां ठेका मजदूरों का आना-जाना लगा रहता है, उनकी नौकरी की गारंटी नहीं रहती है। वहीं न्यूवोको एक ऐसी कंपनी है जहां बगैर किसी गंभीर आरोप का ठेका मजदूरों को नहीं हटाया जा सकता है। यहां ऐसी व्यवस्था है कि जब तक मजदूर स्वयं काम नहीं छोड़ेगा उसे नहीं हटाया जा सकता है। संवेदक आते-जाते रहते हैं लेकिन मजदूर वहीं काम करते हैं। उनकी समस्या उठाने, लड़ाई लड़ने व हक दिलाने के लिए सीमेंट कामगार यूूनियन खड़ी रहती है।