घाटशिला उप चुनाव में कांग्रेस ST के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठोंक रहे ताल, कहा- झामुमो कांग्रेस के लिए छोड़ दे यह सीट
घाटशिला विधानसभा उपचुनाव पर झामुमो गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस भी पैनी नजर रखे हुए है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह ST कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.प्रदीप कुमार बलमुचू खुद यहां से तीन बार विधायक रहे हैं। घाटशिला उप चुनाव में प्रदीप बलमुचू ने अपना दावा पेश किया है। कहा कि झामुमो को यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ देनी चाहिए।

संवाद सहयोगी, घाटशिला। घाटशिला विधानसभा उपचुनाव पर झामुमो गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस भी पैनी नजर रखे हुए है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह ST कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.प्रदीप कुमार बलमुचू खुद यहां से तीन बार विधायक रहे हैं।
ऐसे में इस घाटशिला उप चुनाव में प्रदीप बलमुचू ने अपना दावा पेश किया है। वे प्रदेश प्रभारी के राजू, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के समक्ष दावा पेश कर चुके हैं। कहा कि झामुमो को यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ देनी चाहिए।
दिल्ली में भी चार दिनों तक रूके थे। जहां उन्होंने पार्टी के कई नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद वे झारखंड लौटकर रविवार को प्रदेश प्रभारी के राजू से दोबारा मिले।
प्रदेश प्रभारी उनके दावे पर राष्ट्रीय आलाकमान के साथ चर्चा करने का आश्वासन देकर दिल्ली रवाना हो गए। मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी झारखंड कांग्रेस की सांगठनिक स्थिति, सरकार के कामकाज और उपचुनाव पर आलाकमान से मिलकर चर्चा करेंगे।
प्रभारी से मुलाकात के अगले दिन घाटशिला पहुंचे बलमुचू
रविवार को रांची में कांग्रेस प्रभारी से मुलाकात के बाद प्रदीप बलमुचू अगले दिन सीधे घाटशिला पहुंचे। यहां उन्होंने कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की। इसके बाद वे धालभूमगढ़ गए।
प्रदीप बलमुचू ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तैयार रहने का संदेश भी दिया, ताकि आलाकमान के निर्णय के अनुसार कार्यकर्ता तुरंत तैयारियों में जुट सकें।
बलमुचू ने दूरभाष पर कई प्रखंड के नेताओं से बात की। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में दौरा तेज करने को लेकर रूट चार्ट भी बनाया।
कांग्रेस ने एकमात्र लोस सीट छोड़ी, इससे ज्यादा त्याग और क्या हो सकता हैः बलमुचू
प्रदीप बलमुचू ने कहा की घाटशिला कांग्रेस की पारंपरिक सीट हमेशा से रही है। प्रदेश प्रभारी के राजू को कार्यकर्ताओं की भावनाओं एवं संगठन के लिए चुनाव में उतरना क्यों जरूरी, इससे अवगत कराया।
हमें अपने संगठन को ग्राउंड पर बचाना है। कांग्रेस ने झारखंड के एकमात्र लोकसभा सीट चाईबासा को भी झामुमो को दे दिया तो क्या इस उपचुनाव में कांग्रेस को यह सीट नहीं दी जा सकती।
इससे गठबंधन की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बलमुचू ने कहा की उन्हें प्रभारी ने आश्वस्त किया की वे 23 सितंबर को वरीय नेताओं से उपचुनाव पर बात करेंगे। बलमुचू ने कहा कि वे दोबारा 26 तारीख को दिल्ली जाएंगे
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