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    महिलाओं को देख उग्र हुआ बंदर, नारायणगढ़ में दहशत, चार घायल

    Updated: Thu, 13 Nov 2025 11:15 PM (IST)

    पश्चिम मेदिनीपुर के नारायणगढ़ में एक बंदर ने चार लोगों पर हमला कर दिया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। बंदर महिलाओं को देखकर उग्र हो जाता है, जिससे ग्रामीण भयभीत हैं। वन विभाग बंदर को पकड़ने की कोशिश कर रहा है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

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    फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, खड़गपुर। कोलकाता के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर तहसील अंतर्गत नारायणगढ़ प्रखंड के कुसुमदा इलाके में गुरुवार को एक बंदर ने अचानक हमला कर चार ग्रामीणों को घायल कर दिया। इससे स्थानीय लोग दहशत में आ गए।

    घायलों को बेलदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना से इलाके में भय की स्थिति हो गई है, क्योंकि बंदर अभी भी वन विभाग की पकड़ से बाहर है। ग्रामीणों के लिए बाहर निकलना खतरनाक हो गया है।

    घटना के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि बंदर हिंसक हो गया। स्थानीय निवासी बबलू पातर ने कहा कि बंदर महिलाओं को देखते ही उग्र हो जाता है और हमला कर देता है। 

    इस कारण महिलाएं घर से बाहर निकलने में डर महसूस कर रही हैं। इस हिंसक व्यवहार के कारण ग्रामीणों को घरों की सुरक्षा के लिए लाठी-डंडा लेकर बाहर निकलना पड़ रहा है।

    घटना की सूचना मिलते ही बेलदा वन विभाग हरकत में आ गया। विभाग की टीम ने बंदर को पकड़ने के उपाय शुरू कर दिए हैं। हालांकि समाचार प्रकाशित होने तक बंदर वन विभाग की पकड़ से दूर ही घूम रहा था। 

    वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे बंदर से दूरी बनाकर रखें और किसी भी तरह की व्यक्तिगत कार्रवाई न करें। वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि बंदर का व्यवहार असामान्य और आक्रामक है। 

    इसे पकड़ने के लिए टीम लगातार योजना बना रही है। उक्त अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की सुरक्षा और बंदर को सुरक्षित ढंग से पकड़ना उनकी प्राथमिकता है।

    कुसुमदा इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि बंदर के हमले के बाद से उनका जीवन प्रभावित हो गया है। महिलाएं और बच्चे घरों में कैद हैं, और बाहर निकलना जोखिम भरा हो गया है। 

    कई ग्रामीणों ने कहा कि बंदर का अचानक हमला किसी भी समय फिर हो सकता है, जिससे भय का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें इलाके में पर्याप्त सुरक्षा और वन विभाग की सक्रियता की आवश्यकता है।

    वन विभाग ने इलाके में लगातार पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बंदर को सुरक्षित ढंग से पकड़ लिया जाएगा ताकि इलाके में सामान्य जीवन बहाल हो सके।

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