तीन दिन से लापता प्लंबर का शव नदी से बरामद, साथियों पर हत्या कर फेंकने का आरोप
तीन दिन से लापता प्लंबर का शव नदी में मिला। परिवार ने प्लंबर के साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है, उनका कहना है कि उन्होंने ही हत्या करके शव को नदी मे ...और पढ़ें

प्लंबर का शव नदी से बरामद
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। जमशेदपुर के मानगो स्थित ओलिडीह थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज आपराधिक वारदात का खुलासा हुआ है। शंकोसाई रोड नंबर 1, श्यामनगर के निवासी 24 वर्षीय प्रदीप साव का शव गुरुवार सुबह स्वर्णरेखा नदी से बरामद किया गया।
एनडीआरएफ की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में तलाशी अभियान चलाकर शव को बाहर निकाला। प्रदीप पिछले तीन दिनों से लापता था, जिसकी गुमशुदगी की शिकायत उसके भाई दीपक साव ने दर्ज कराई थी।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्रदीप प्लंबर का काम करता था। पुलिस की पूछताछ में उसके तीन साथियों पर संदेह गहरा गया है। आरोप है कि 30 नवंबर की रात इन तीन युवकों ने धारदार हथियार से प्रदीप की हत्या कर शव को स्वर्णरेखा नदी में फेंक दिया।
हिरासत में लेकर पूछताछ
पुलिस ने तीनों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, हालांकि आधिकारिक तौर पर गिरफ्तारी की पुष्टि अब तक नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि संदिग्धों की निशानदेही पर ही शव बरामद हुआ।
प्रदीप के भाई के अनुसार, 30 नवंबर की रात करीब नौ बजे वह घर से निकला था और उसके बाद वापस नहीं लौटा। परिजनों ने रिश्तेदारों और आस-पड़ोस में उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
प्रदीप का मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिला
परिजनों ने आरोप लगाया था कि स्थानीय युवक कुंदन पोलियो, रवि बाला और बाबू उर्फ लूडो ने प्रदीप के साथ मारपीट की थी। आशंका है कि वे उसे श्यामनगर के पास नदी किनारे ले गए और वहीं उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। इसी रात से प्रदीप का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ मिला था, जिससे अनहोनी की आशंका और गहरा गई थी।
घटना के समय प्रदीप ब्लू जीन्स, ग्रे स्वेटर और ब्लू चप्पल पहने हुए था। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसके साथियों को बुधवार को हिरासत में लिया था। पूरे मामले की जांच जारी है और पुलिस घटनाक्रम की हर कड़ी को खंगाल रही है।

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