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    प्याज की बेवफाई के बाद चुनाव में दूध भी दे रहा दगा Jamshedpur News

    By Rakesh RanjanEdited By:
    Updated: Fri, 29 Nov 2019 09:47 AM (IST)

    Jharkhand Assembly Election 2019. प्‍याज की कीमत में इजाफे के बाद दूध का भी संकट है। सुधा डेयरी ने शाम की आपूर्ति बंद कर दी है। प्रत्याशियों ने इस मु ...और पढ़ें

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    प्याज की बेवफाई के बाद चुनाव में दूध भी दे रहा दगा Jamshedpur News

    जमशेदपुर, जासं।  झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच जहां आसमान छूती कीमतों के चलते प्याज लोगों की पहुंच से दूर होता जा रही है वहीं पिछले कई दिनों से दूध भी दगा दे रहा है। लोग रोजाना इधर-उधर दुकानों में दूध का पैकेट पूछते नजर आ रहे हैं। दूध की बढ़ती किल्लत ने लोगों की रसोई की व्यवस्था बिगाड़ दी है। लेकिन दुर्भाग्य, चुनावी रण में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों के लिए यह कोई मुद्दा ही नहीं। 

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    आम शहरी की निर्भरता सबसे ज्यादा सुधा दूध पर है। पिछले कई दिनों से कम मात्रा में सुबह आपूर्ति हो रही है जो मांग के हिसाब से काफी कम हे। उधर शाम को सुधा दूध की आपूर्ति नहीं हो रही है। यानि सुबह उन्हें दूध मिल रहा है जो नियमित ग्राहक हैं। उनसे बचा तो जो पहले दुकान पहुंचे उन्हें मिला तो मिला नहीं तो बिना दूध के ही अगले दिन तक इंतजार करना उनकी मजबूरी बन चुकी है। इस तरह जहां महंगाई के कारण प्याज लोगों की पहुंच से दूर हो रहा है तो उत्पादन घटने के कारण दूध लोगों को तकलीफ दे रहा है।  इस कारण क्षेत्र में दूध की मारामारी हो रही है। प्रमुख आपूर्तिकर्ता सुधा के अलावा अन्य ब्रांड के दूध बाजार में आ रहे हैं लेकिन मांग के अनुरूप उनकी आपूर्ति काफी कम है। 

    बिहार से आपूर्ति नहीं होने के कारण बढ़ी समस्या

    शहर में दूध की खपत तीन लाख लीटर है। इसमें से आधे से अधिक आपूर्ति सुधा डेयरी करती है। इसके दूध बिहार से आता है। वर्तमान में बिहार से दूध नहीं के बराबर आ रहा है। महाराष्ट्र पर यह डेयरी पूरी तरह निर्भर है। रोज शाम को लोग दूध लेने जाते हैं। दुकानदार उन्हें यही जवाब देते हैं कि शाम की सप्लाई बंद है। सुबह जल्दी आइए तो मिल सकता है। चुनावी हो चुके माहौल के बीच जहां प्याज लोगों की रसोई से खफा है तो दूध की यह दगाबाजी उनके लिए अलग समस्या पैदा कर रही है। आम लोगों से जुड़ी इन समस्याओं से बेपरवाह चुनावी दंगल में जिंदाबाद के नारे का शोर है। समीकरण बनने-बिगडऩे के बीच अहम मुद्दे गौण हैं। 

    ये कहते प्रत्‍याशी

    खाने की थाली से सब्जी गायब है। प्याज का गंध सूंघकर ही लोग काम चला रहे हैं। उपर से दूध की किल्लत है। यह आम लोगों का मुद्दा बन चुका है तो हमारा मुद्दा तो होगा ही।

    - बन्ना गुप्ता, कांग्रेस प्रत्याशी, जमशेदपुर पश्चिम। 

    अजीब हाल है ठंड के समय में भी प्याज खरीदना संभव नहीं हो पा रहा है। दूध की किल्लत भी है। दोनों आमलोगों के महत्वपूर्ण है। चुनाव प्रचार के दौरान महंगाई नियंत्रण की बातें उठ रही है।

    -मंगल कालिंदी, झामुमो प्रत्याशी, जुगसलाई विधानसभा।