एमजीएम में बढ़ीं पीजी की सीटें, अब 51 विषयों में उच्च चिकित्सा की पढ़ाई
जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) की सीटें बढ़ाई गई हैं, जिससे अब कुल 51 सीटें हो गई हैं। प्रिंसिपल डॉ. दिवाकर हांसदा ने बताया कि इससे झारखंड के छात्रों को राज्य में ही विशेषज्ञता हासिल करने का अवसर मिलेगा और राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी दूर होगी। कॉलेज प्रबंधन अन्य विषयों में भी पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है।

फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। कोल्हान के प्रमुख शैक्षणिक संस्थान महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज से बड़ी खबर है। एमबीबीएस की सीटें बढ़ने के बाद अब कालेज में पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) सीटों में भी बढ़ोतरी की गई है। कालेज के प्रिंसिपल का. दिवाकर हांसदा ने बताया कि अब एमजीएम में कुल 51 पीजी सीटें हो गई हैं। वर्तमान में कालेज में मेडिसिन, सर्जरी, गायनी, पीडियाट्रिक्स, एनाटामी, फिजियोलाजी, एनेस्थीसिया, पैथोलाजी, फार्माकोलाजी, एफएमटी और पीएसएम विषयों में पोस्टग्रेजुएट की पढ़ाई होती है।
अब पीजी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा :
सीटों में वृद्धि से छात्रों को विशेषज्ञता हासिल करने के अधिक अवसर मिलेंगे। यह खासकर झारखंड के स्थानीय मेडिकल ग्रेजुएट्स के लिए राहत की खबर है, जिन्हें अब पीजी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
सीटों में वृद्धि से छात्रों को विशेषज्ञता हासिल करने के अधिक अवसर मिलेंगे। यह खासकर झारखंड के स्थानीय मेडिकल ग्रेजुएट्स के लिए राहत की खबर है, जिन्हें अब पीजी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
राज्य में चिकित्सा शिक्षा को मिलेगा बल :
पीजी सीटें बढ़ने से झारखंड में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। इससे एमजीएम अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं भी और सुदृढ़ होंगी, क्योंकि पीजी छात्र प्रशिक्षण के दौरान मरीजों के इलाज में प्रत्यक्ष भूमिका निभाते हैं।डा. दिवाकर हांसदा ने बताया कि कालेज प्रबंधन अब बाकी बचे हुए कुछ विषयों में भी पीजी की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी में है।
पीजी सीटें बढ़ने से झारखंड में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। इससे एमजीएम अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं भी और सुदृढ़ होंगी, क्योंकि पीजी छात्र प्रशिक्षण के दौरान मरीजों के इलाज में प्रत्यक्ष भूमिका निभाते हैं।डा. दिवाकर हांसदा ने बताया कि कालेज प्रबंधन अब बाकी बचे हुए कुछ विषयों में भी पीजी की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी में है।

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